उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी महामारी को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार एक्टिव हैं। अस्पतालों में बेड सुविधा से लेकर ऑक्सीजन की कमी तक दूर करने की लगातार कोशिशों की वजह से अब प्रदेश में कोविड-19 के मामलों में गिरावट दर्ज की जाने लगी है। वहीं, अब योगी सरकार ने फैसला लिया है कि यूपी में कोरोना काल की वजह से आई परेशानियों का समाना कर रहे गरीबों और जरूरतमंदों को 3 माहीने तक मुफ्त में राशन दिया जाएगा। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमण के कारण अनाथ हुए बच्चों का भरण पोषण भी अब योगी सरकार उठाएगी।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत राज्य में 3.30 करोड़ पात्र कार्ड धारकों में 3 महीने का मुफ्त राशन वितरित होगा। इसके साथ ही जिन पात्र व्यक्तियों के राशन कार्ड नहीं बने हैं उनके लिए भी अभियान चलाकर राशन कार्ड बनाए जाएंगे और उन्हें भी राशन उपलब्ध कराया जाएगा। हर कार्ड धारक को 3 किलो गेहूं के साथ 2 किलो चावल दिया जाएगा। कम्युनिटी किचन और फूड पैकेट के जरिए रोज हजारों गरीबों तक भोजन पहुंचा रही योगी सरकार ने देश के सबसे बड़े राशन वितरण अभियान के लिए चाक चौबंद तैयारी की है। योगी सरकार ने अपने मंत्रियों, विधायकों और अफसरों को मुफ्त राशन वितरण अभियान की निगरानी के लिए जिलों में तैनात रहने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश सरकार के मंत्री और विधायक अलग-अलग जिलों में मौजूद रहकर राशन वितरण अभियान की शुरुआत करेंगे।
राशन वितरण की निगरानी के लिए सरकारी दुकानों पर नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है। पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए राशन वितरण ई पास मशीनों के जरिए किया जाएगा। पात्र गृहस्थी योजना के 13,41,77,983 लोगों के साथ अंत्योदय अन्न योजना के 1,30,07,969 पात्रों को भी मुफ्त राशन वितरण योजना का लाभ मिलेगा। यूपी के कार्ड धारकों के अलावा पोर्टेबिलिटी के आधार पर कोई भी पात्र कार्ड धारक प्रदेश की सरकारी राशन की दुकानों से मुफ्त राशन प्राप्त कर सकेगा। मई महीने का राशन वितरण गुरुवार से शुरू होकर 31 मई तक चलेगा। 29 से 31 मई तक पोर्टेबिलिटी के आधार पर पात्र लोगों को राशन वितरण किया जाएगा।
इसके साथ ही वित्त विभाग द्वारा इस संबंध में खाद्य एवं रसद विभाग को पहले ही अतिरिक्त बजट आवंटित किया जा चुका है। ऐसे में सभी राशन कार्ड धारकों को नि:शुल्क खाद्यान्न वितरण खाद्य एवं रसद विभाग को आवंटित विभागीय बजट से किया जाएगा। वित्तीय वर्ष 2021-22 में वितरण की प्रक्रिया के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा-निर्देश खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा अलग से जारी किए जाएँगे।
अनाथ हुए बच्चों का योगी सरकार उठाएगी पूरा खर्च
इसके साथ ही इस महामारी में कोरोना संक्रमण के कारण जो बच्चे अनाथ और निराश्रित हो गए हैं, उनके लिए भी योगी सरकार ने नई नीति लाने वाली है। राज्य सरकार ने बुधवार (मई 19, 2021) को यह फैसला लिया। उत्तर प्रदेश सरकार का मानना है कि ऐसे बच्चे जो अनाथ और निराश्रित हो गए हैं उनकी देखभल अब राज्य सरकार करेगी
सरकारी योजना के तहत कोरोना वायरस के कारण जिन बच्चों के माता-पिता की मौत हो गई है, उनके भरण-पोषण सहित सभी तरह की जिम्मेदारी राज्य सरकार द्वारा मुहैया कराई जाएगी। राज्य सरकार जल्द ही इस योजना के तहत बच्चों की देखभाल का जिम्मा उठाएगी।