प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्देश पर देश में 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक 'टीका उत्सव' (Tika Utsav) का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य अधिकतम योग्य लाभार्थियों का टीकाकरण (Vaccination) करना है। 'टीका उत्सव' के दौरान उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे कई राज्य योग्य लोगों से टीका लगवाने की अपील कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी लोगों से अपील की है कि 'टीका उत्सव' के दौरान बड़ी संख्या में वे टीका लगवाएं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कोरोना को लेकर हुई सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में कहा था कि, कभी-कभी इससे माहौल बदलने में मदद मिलती है। ज्योतिबा फुले की जयंती 11 अप्रैल को है और 14 अप्रैल को बाबा साहेब की जयंती है। क्या हम टीका उत्सव का आयोजन कर सकते हैं और टीका उत्सव का माहौल बना सकते हैं? हमें विशेष अभियान के माध्यम से अधिक से अधिक योग्य लाभार्थियों का टीकाकरण करना चाहिए और इसकी बर्बादी बिल्कुल नहीं हो इस पर विचार करना चाहिए। ‘टीका उत्सव’ के दौरान अगर चार दिनों में बर्बादी नहीं होगी तो इससे हमारे टीकाकरण की क्षमता बढ़ेगी."
85 दिन में लगाए गए 10 करोड़ टीके
वहीं, भारत में पिछले 85 दिनों से टीकाकरण चल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि भारत ने 85 दिन में 10 करोड़ टीके लगाए हैं और वह दुनिया का सबसे तेज टीकाकरण अभियान चलाने वाला देश बन गया है। मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका को टीके की 10 करोड़ खुराक देने में 89 दिन लगे जबकि चीन को इस कार्य में 102 दिन लग गए।