भारत में कोरोना के प्रकोप ने एक बार फिर से प्रचंड रूप धारण कर लिया है। लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों के बीच शनिवार को भारत में कोरोना के रिकॉर्ड 93,000 नए मामले सामने आए हैं जो बीते करीब 5 महीनों में एक दिन में सबसे ज्यादा मामले हैं। तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच बेंगलुरु स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISC) के एक अनुमान में कहा गया है कि अगर कोरोना का मौजूदा ट्रेंड जारी रहता है तो मई के अंत तक कोरोना केसों की संख्या 1।4 करोड़ को पार कर सकती है ।
शोधकर्ताओं का कहना है कि अप्रैल के मध्य का वक्त संक्रमण का पीक हो सकता है जब एक्टिव केस 7.3 लाख तक जा सकते हैं। इस रिसर्च के मुताबिक, बदतर हालात में मई के अंत तक एक्टिव केस की संख्या 20 लाख तक पहुंच सकती है। भारत में कोरोना की नई लहर तीन गुनी रफ्तार से बढ़ रही है। दूसरी लहर में एक दिन में केस 20 हजार से 80 हजार पहुंचने में महज 20 दिन लगे। पिछले साल पहली लहर के दौरान इसमें 64 दिन लगे थे। देश में शुक्रवार को 89 हजार से ज्यादा केस आए और यह पिछले साल के ऑल टाइम हाई से महज 9 हजार कम रहे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इनमें से 81.42% केस 8 राज्यों से हैं। शनिवार को 714 मौतें भी हुईं। इनमें महाराष्ट्र समेत 5 राज्यों से ही 86% मौतें हैं।
देश में पिछले साल 16 सितंबर को सबसे ज्यादा 97,860 मरीज मिले थे। इसके बाद आंकड़ा कम होना शुरू हुआ और इस साल 11 फरवरी को 10,988 केस तक गिरा। माना जाता है कि इसके बाद देश में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई। इंफेक्शन रेट भी जहां पिछले साल जून में 5.50% था, वहीं अब यह 6।80% की तेजी से बढ़ रहा है। सबसे खराब हाल महाराष्ट्र का है, जहां 24 घंटे में 48 हजार के करीब केस आए हैं। इससे ज्यादा केस ब्राजील और अमेरिका में ही मिल रहे हैं।
वहीं देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। शनिवार को लगातार दूसरे दिन साढ़े तीन हजार से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं। शनिवार को पिछले 24 घंटों में कोरोना के 3,567 नए मामले सामने आए हैं। साथ ही जहां 2,904 मरीज ठीक हुए हैं, तो वहीं 10 मरीजों की मौत भी हुई है।