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देश में कोरोना मरीजों की बाढ़, अस्पताल में नहीं मिल रहे बेड और ऑक्सीजन सिलेंडर, लॉकडउन की बचा है विकल्प !

Corona Update

कोरोना की दूसरी लहर ने देश को पूरी तरह से चपेट में ले लिया है। संक्रमितों के आंकड़ें हर दिन रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। रविवार को 1 लाख 52 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। ये एक दिन में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। वहीं 24 घंटे में 839 मौतें हुई हैं। बता दें कि देश में कोरोना के 71% एक्टिव मामले सिर्फ 5 राज्यों महाराष्ट्र, छ्त्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और केरल में है। अकेले महाराष्ट्र में सबसे अधिक  48.57% एक्टिव केस हैं। महाराष्ट्र में रविवार को कोरोना के नए मामलों ने एक बार फिर सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। रविवार को जारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में पिछले 24 घंटे में 63,294 नए मामले सामने आए जो इस महामारी की शुरुआत से एक दिन में आए अब तक के सबसे ज्यादा मामले हैं।

एकाएक बढ़े मामलों के चलते महाराष्ट्र के अस्पताल में कोरोना मरीजों को बेड नहीं मिल रहे हैं। कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल के पास प्रयाप्त बेड और ऑक्सिजन सिलेंडर नहीं हैं।  राज्य के उस्मानाबाद जिला अस्पताल में बेड भरे होने की वजह से कोरोना मरीजों को कुर्सी पर बिठाकर ऑक्सीजन दिया जा रहा है। इस मामले का वीडियो भी सामने आया है। एक मिनट से भी कम का वीडियो क्लिप स्वास्थ्य व्यवस्था की डरावनी कहानी बताती है कि भारत के छोटे शहर की स्वास्थ्य व्यवस्था का क्या होता है जब अधिक मरीजों से अस्पताल भर जाते हैं।

वहीं फिलहाल महाराष्ट्र में लॉकडाउन टल गया है। रविवार को जो बैठक हुई उसमें एक बात तय हो गई कि महाराष्ट्र में लॉकडाउन की स्थिति पूरी तरह से बन चुकी है, लेकिन लॉकडाउन के लिए कैसे जाएं, इसकी तैयारी के लिए और चर्चा के लिए कल सुबह 11 बजे मंत्रिमंडल की फिर एक अहम मीटिंग होने वाली है। इस बैठक में उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी शामिल होंगे। यानी लॉकडाउन लगाने को लेकर बैठकों की चर्चा का सत्र शुरू है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मुख्यमंत्री से बातचीत के बाद मीडिया से बात करते हुए बैठक में तय हुए मुद्दों की जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि ये बैठक सिर्फ टास्क फोर्स के विशेषज्ञों की थी। इसमें लॉकडाउन पर सहमति जताई गई। ज्यादातर सदस्यों की यही राय थी कि लॉकडाउन ही एकमात्र विकल्प है। साथ ही एक बड़ा मुद्दा ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के उपायों का था।