दक्षिण अफ्रीका से निकले कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन इस वक्त पूरी दुनिया की नींदें हराम कर रखा है। एक वायरस के आने के बाद से एक बार फिर से कोरोना महामारी के खतरे बढ़ने लगे हैं। कई देशों में ये वेरिएंट तेजी से पैर पसार रहा है। भारत में भी इसके मामले मामले मिलने लगे हैं। जिसके बाद केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारों ने भी इसके खिलाफ जंग के लिए नियम सख्त कर रखा है। अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इसपर वेरिएंट को लेकर एयरपोर्ट पर और सख्ती बढ़ा दी है।
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उत्तर प्रदेश में यात्रियों की विमान से उतरते ही कोविड जांच होगी। अभी कोरोना की जांच टर्मिनल में प्रवेश के बाद बाहर निकलने से पहले होती थी। लेकिन अब यात्रियों की विमान से उतरते ही कोविड जांच होगी। डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) के निर्देश के बाद इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। एयरपोर्ट सूत्रों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल पर यात्री विमान से उतरने के बाद बस में बैठेंगे। यह बस उनको लेकर टर्मिनल के बाहर टैक्सी बे की ओर बने टेंट के निकट उतारेगीय़ यहां बारी-बारी से यात्रियों की RT-PCR या रैपिड पीसीआर जांच की जाएगी। एक अधिकारी के अनुसार मौजूदा व्यवस्था में यात्री इमिग्रेशन, कस्टम जांच, सामान्य जांच से गुजरने के बाद कोविड टेस्ट कराते हैं।
अगर यात्री संक्रमित है तो अन्य सभी एजेंसियों और टर्मिनल में मौजूद कर्मचारियों को संक्रमण फैलने का खतरा रहता है, इसी को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। जांच के लिए मशीनें भी बढ़ा दी गई हैं। एयरपोर्ट पर रैपिड पीसीआर मशीनों की संख्या 95 पर पहुंच गई है। पहले ऐसी 30 मशीनें लगाई गई थीं।
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गुरुवार को सीएम योगी ने निर्देश दिया है कि प्रदेश में हर दिन करीब 20 लाख डोज का लक्ष्य रखकर कार्य किया जाए। इसके लिए शहरी इलाकों के साथ ग्रामीण इलाकों के बूथों पर सक्रियता बढ़ाई जाए। बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए जांच की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।