देश में कोरोना से लड़ाई तेज कर दी गई है। वैक्सीनेशन को कोरोना से लड़ाई में सबसे कारगर उपाय माना जा रहा है। सोमवार से वैक्सीनेशन अभियान की गति को तेज किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, सोमवार को 84 लाख से ज्यादा डोज लगाई गई। वहीं, अबतक 28 करोड़ 33 लाख 13 हजार 942 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है, जिसमें से 23 करोड़ 27 लाख 44 हजार 813 लोगों को पहला डोज लगाया गया है, जबकि 5 करोड़ 5 लाख 69 हजार 129 लोगों को दोनों डोज लग चुके हैं।
टीकाकरण का रिकॉर्ड बनने पर प्रधानमंत्री मोदी ने खुशी जताते हुए वेलडन इंडिया कहा है। केंद्र सरकार देश के हर नागरिकों को फ्री में टीका उपलब्ध करवा रही है। कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके बारे में घोषणा की थी। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन से टीकाकरण की गति को तेज कर दिया गया है।
एक रिकॉर्ड वैक्सीनेशन होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते वैक्सीन लगवाने वालों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘आज की रिकॉर्ड तोड़ टीकाकरण संख्या प्रसन्न करने वाली है। COVID-19 से लड़ने के लिए वैक्सीन हमारा सबसे मजबूत हथियार बना हुआ है। उन सभी को बधाई जिन्होंने टीका लगवाया और सभी फ्रंट लाइन वॉरियर्स को बधाई दी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इतने सारे नागरिकों को टीका मिल सके। वेलडन इंडिया!’ पीएम ने दिन में ट्वीट करते हुए कहा, ‘केंद्र सरकार आज से प्रत्येक भारतीय के लिए ‘सभी के लिए मुफ्त टीकाकरण अभियान’ शुरू कर रही है। भारत के टीकाकरण अभियान के इस चरण के सबसे बड़े लाभार्थी देश के गरीब, मध्यम वर्ग और युवा होंगे। हम सभी को खुद को टीका लगवाने का संकल्प लेना चाहिए। हम साथ मिलकर कोविड-19 को हराएंगे।’
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने एक बार फिर से अपनी अपील को दोहराते हुए कहा कि सभी लोग खुद को और अपने परिवार के सभी पात्र सदस्यों को वैक्सीन लगवाएं। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि देश में 28 करोड़ से अधिक डोज अब तक लगाई जा चुकी हैं और कहा कि उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी के कारण लगातार हर महीने टीकों की उपलब्धता में जैसे वृद्धि हो रही और निकट भविष्य में कई नए टीके मंजूरी के इंतजार में हैं, ऐसे में टीकाकरण की बढ़ी हुई रफ्तार से हमारे देश को कोविड-19 के खिलाफ तेजी से प्रतिरक्षित करने में मदद मिलेगी। डॉ। हर्षवर्धन ने सभी को आगाह भी किया कि वे कोविड वैक्सीन के बारे में गलत सूचनाओं पर ध्यान न दें।