<p id="content">दिल्ली सरकार ने जलबोर्ड और बिजली विभाग के कर्मचारियों को भी कोरोना से लड़ने वाले फ्रंटलाइन वर्कर्स की सूची में शामिल किया है। कोरोना वैक्सीन सबसे पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी जाएगी। दिल्ली सरकार के मुताबिक, लॉकडाउन के दौरान ये सभी कर्मचारी 24 घंटे की ड्यूटी पर थे। इसलिए उन्हें भी पुलिस और सफाई कर्मचारियों के साथ फ्रंटलाइन वर्कर्स की सूची में शामिल किया गया है।</p>
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, "दिल्ली में फ्रंटलाइन व<a href="https://hindi.indianarrative.com/health/corona-vaccine-warning-for-peoples-having-allergy-should-take-shots-on-advise-of-doctors-21368.html" target="_blank" rel="noopener noreferrer">र्कर्स को टीकाकरण</a> के पहले चरण में रखा जाएगा। जब भी कोरोना वैक्सीन आएगी, हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स को सबसे पहले वैक्सीन दी जाएगी। हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स हमारे लिए वीआईपी हैं।" दिल्ली में कोविड वैक्सीन के पहले फेज के लिए 2 लाख से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है। दिल्ली सरकार के मुताबिक, सबसे पहली प्राथमिकता स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंट लाइन योद्धाओं को वैक्सीन देने की है। सरकार अपनी प्राथमिकता तय करते हुए स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन योद्धाओं की लिस्ट बना रही है।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीन के लिए स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन योद्धाओं को अपनी सूची में सबसे ऊपर रखा है। इनके बाद बुजुर्ग और बच्चों को वैक्सीन दी जाएगी। फिर दिल्ली सरकार बाकी बचे सभी लोगों का वैक्सीनेशन करेगी। दिल्ली सरकार का दावा है कि वह दिल्ली की पूरी आबादी को टीका लगाने में पूरी तरह सक्षम है। वैक्सीन के लिए स्टोरेज के लिए भी इंतजाम कर लिए गए हैं। अब बस वैक्सीन का इंतजार हो रहा है।
<strong>दिल्ली सरकार के मुताबिक, कोरोना की वैक्सीन आने पर सिर्फ तीन-चार हफ्तों के अंदर पूरी दिल्ली को यह वैक्सीन लगाई जा सकती है। हालांकि वैक्सीन आने के बाद, यह वैक्सीन की उपलब्धता पर निर्भर करेगा कि दिल्ली के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने में कितना समय लगता है। </strong>
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा, "कोरोना कि वैक्सीन आने के बाद हम तीन से चार हफ्तों में सारी दिल्ली को वैक्सीन लगाने के लिए तैयार हैं। दिल्ली सरकार के पास पर्याप्त साधन है और कोरोना की वैक्सीन मिलने के कुछ सप्ताह में ही इसे दिल्ली के सारे लोगों तक पहुंचा दिया जाएगा।" उन्होंने कहा, "हमारे पास कई तरह के साधन हैं, जैसे कि मोहल्ला क्लीनिक, पॉलीक्लीनिक, डिस्पेंसरीज और अस्पताल आदि। इसके अलावा दिल्ली में वैक्सीन के स्टोरेज की भी कोई दिक्कत नहीं है।".