देश में जल्द ही सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) महिला कर्मियों के पहले बैच को वीवीआईपी सुरक्षा के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। इस पहले बैच में 33 महिला कर्मी होंगी। पहले बैच की इन सभी 33 महिला सीआरपीएफ कर्मचारियों का चयन कुछ दिन पहले गृह मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद किया गया है। जानकारी के अनुसार सीआरपीएफ महिला कर्मियों के 6 प्लाटून तैयार किए जाएंगे। सूत्रों के अनुसार इनकी तैनाती जरूरत के आधार पर की जाएगी, लेकिन कुछ वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा के लिए पहले बैच से ही महिला कर्मियों की तैनाती की जाएगी।
आगामी चुनावों को देखते हुए वीवीआईपी महिलाओं को भी इस सेवा के तहत प्राथमिकता दी जाएगी। सीआरपीएफ की इन महिला जवानों को एके-47 जैसी असॉल्ट राइफल चलाने का भी प्रशिक्षण मिलेगा। सूत्रों ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल चुनावों के दौरान हिंसा देखे जाने के बाद आगामी उत्तर प्रदेश चुनावों से पहले वीवीआईपी की सुरक्षा के लिए महिलाओं को शामिल करने के काम को प्राथमिकता दी गई थी। पांच राज्यों में अगले साल फरवरी-मार्च में चुनाव होने हैं।
सीआरपीएफ से एक योजना मांगी गई थी जो मौजूदा समय में देश में सबसे अधिक वीवीआईपी व्यक्तियों को सुरक्षा प्रदान करती है। सीआरपीएफ के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा- 'गृह मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद इन महिला कर्मियों को शामिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। चयनित महिलाओं को पर्याप्त प्रशिक्षण मिलेगा।' सूत्रों ने कहा है कि यह प्रस्ताव सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह को हाल ही में एक बैठक में दिया था, जब वह सीआरपीएफ और तत्काल भविष्य की योजनाओं की जानकारी प्रस्तुत कर रहे थे। उचित मंजूरी मिलने के बाद वीवीआईपी की सुरक्षा के लिए महिलाओं को शामिल करने का फैसला किया गया है।