चक्रवाती तूफान ‘यास’ के आगमन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। बचाव और राहत टीमों को वायुमार्ग से एक स्थान से दूसरे स्थानों पर भेजा जा रहा है। रक्षा विमानों और नौसैनिक पोतों को सतर्क रखने को कहा गया है। NDRF अपनी 99 टीमों के साथ ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु व अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में मोर्चे पर तैनात है। यह जानकारी NDRF के डायरेक्टर जनरल एसएन प्रधान ने सोमवार को दी। मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बनने वाला ‘कम दबाव का क्षेत्र’ अब ‘दबाव वाले क्षेत्र’ में तब्दील हो गया है। ‘यास’ के बुधवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के पूर्वी तटीय इलाकों में दस्तक देने की संभावना है। आईएमडी ने चक्रवाती तूफान यास को बहुत गंभीर चक्रवात की श्रेणी में रखा है।
चक्रवाती तूफान यास के मद्देनजर ओडिशा सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, मयूरभंज और क्योंझर जिलों में कोविड-19 टेस्ट, टीकाकरण और घर-घर जाकर सर्वेक्षण को निलंबित कर दिया है। बालासोर, भद्रक और मयूरभंज जिलों में 25 से 27 मई तक निलंबन किया गया है। वहीं केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर और क्योंझर जिलों के लिए संबंधित कलेक्टर चक्रवात यास से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में इन गतिविधियों के निलंबन पर फैसला लेंगे।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बताया, '26-27 मई को चक्रवात क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है। गृहमंत्री ने बैठक बुलाई और असम, सिक्किम व मेघालय की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि इमरजेंसी सेवाओं को सूचित कर सक्रिय कर दिया गया है। गृहमंत्री की ओर से मिली सहायता का आभारी हूं।'
Cyclone YAAS is likely to affect the region on 26-27 May. Hon’ble UHM @AmitShah called and enquired about preparedness of Assam, Sikkim and Meghalaya. Informed that emergency services have been pressed into action. Grateful to Hon’ble UHM for his continued concern for the region.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) May 24, 2021
तूफान को लेकर बिहार समेत कई राज्यों को मौसम विभाग की ओर से अलर्ट किया गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि बंगाल की खाड़ी से इस तूफान की शुरुआत होगी है। खाड़ी में उठे तूफान की वजह से तेज हवाओं के साथ भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की गई है। इस संबंध में आईएमडी वैज्ञानिक आनंद शंकर ने कहा कि यास तूफान का बिहार में 27, 28 और 29 मई को असर दिखेगा, जिसमें भारी बारिश होने की संभावना है। खासतौर पर उत्तर और सेंट्रल बिहार में और उसके बाद बिहार के अलग-अलग इलाकों में बारिश होगी। मॉडरेट से हेवी रेनफॉल होगी।
उन्होंने बताया कि राज्य में 64 एमएम से ज्यादा बारिश होने की संभावना बनी हुई है, जो धीरे-धीरे कल पूरे बिहार में होगी। उन्होंने बताया कि लगातार इसे ट्रैक किया जा रहा है, अभी तक की ट्रैकिंग के मुताबिक उड़ीसा और बंगाल में इसका असर सबसे ज्यादा देखने को मिलेगा। बिहार के लिए बहुत परेशानी की बात नहीं है। यहां तेज हवा के झोंके और बादल गरजने के साथ बारिश देखने को मिलेगी।