प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यास चक्रवाती तूफान के मद्देनजर नुकसान को लेकर रिव्यू मीटिंग की और प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर यास तूफान से मची तबाही का जायजा लिया। जिसके बाद प्रधानमंत्री ने तत्काल 1 हजार करोड़ रुपए के राहत पैकेज का ऐलान किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड को आश्वस्त किया है कि सभी जरूरी मदद दी जाएंगी। 1 हजार करोड़ रुपए के राहत पैकेज में 500 करोड़ ओडिशा और 500 करोड़ पश्चिम बंगाल-झारखंड के लिए दिए गए हैं। तबाही के आकलन के लिए एक अंतर-मंत्रालय टीम बनाई जाएगी। इसके अलावा पीएम मोदी की तरफ तूफान में जान गंवाने वालों के परिवारीजनों के लिए 2 लाख और गंभीर रूप से घायलों के लिए 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की गई है।
Took stock of the damage caused by Cyclone Yaas. Undertook an aerial survey across parts of Odisha and West Bengal. The entire nation stands in solidarity with those affected by the cyclone. https://t.co/kQFXnkypOm
— Narendra Modi (@narendramodi) May 28, 2021
बताते चलें कि, प्रधानमंत्री की बैठक में ममता बनर्जी ने भाग नहीं लिया, वो आई और एक कागज थमाते हुए यह कहकर चली गई कि, उनके मंत्री उनका इंतजार कर रहे हैं उनको कहीं और भी जाना है। मीटिंग से बाहर निकलने के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि, 'मैं नहीं जानती थी कि पीएम मोदी ने मीटिंग बुलाई है। मेरी दीघा में एक और मीटिंग थी। मैं कलाईकुंडा गई थी और पीएम नरेंद्र मोदी को रिपोर्ट सौंपकर 20,000करोड़ रुपये की मदद की मांग की है। 10,000करोड़ की मांग दीघा और 10,000करोड़ सुंदरबन के विकास के लिए मांगे हैं। मैंने उनसे कहा कि राज्य के अधिकारी मुझसे मिलना चाहते हैं। इसके बाद मैंने उनसे परमिशन ली और निकल गई।'