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चीन के खतरनाक इरादेः LAC पर ही नहीं, भारत के भीतर भी गृहयुद्ध की साजिश

चीन के खतरनाक इरादेः LAC पर ही नहीं, भारत के भीतर भी गृहयुद्ध की साजिश

चालबाज चीन एक ओर घड़ियाली आंसू बहा रहा है और अपने मुखपत्र में ऐलान करता है कि चीन भारत को दुश्मन नहीं मानता जबकि दूसरी ओर चीन भारत में गृहयुद्ध की साजिश कर रहा है। यह खतरनाका खुलासा एक इंफॉर्मेशन कंपनी के हथकण्डों से हुआ है। चीन भारत के महत्वपूर्ण हस्तियों और संगठनों-संस्थानों के खिलाफ साजिश रच रहा है। चीन भारत के प्रमुख शहरों में दंगे करवाना चाहता है। सरकार और महत्वपूर्ण लोगों के खिलाफ अफवाहें फैलाने और जनता में भ्रम फैलाने की साजिश में भी चीन शामिल है। दरअसल सरकार को ऐसी जानकारी मिली है कि चीन एक कथित इंफॉर्मेशन कंपनी (जासूसी कंपनी) के जरिए यह साजिश कर रहा था।

चीन की इंफॉर्मेशन कंपनी जेनहुआ डेटा इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी, चीफ जस्टिस एएस बोबड़े और चीफ ऑफ डिफेंस सहित भारत के दस हजार से ज्यादा अहम लोगों और संगठनों की जासूसी करा रही है। चीन की इस जासूसी कंपनी का हैडक्वार्टर शेनजेन में है।

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री अलावा संघीय सरकार के कबीना मंत्री के साथ ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पंजाब के मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, झारखण्ड के सीएम हेमेन्त सोरेन, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत, बिहार के मुख्य नीतीश कुमार, उड़ीसा के सीमएम नवीन पटनायक, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे समेत करीब दो दर्जन मुख्यमंत्री। डेढ़ दर्जन पूर्व मुख्यमंत्री की भी जासूसी चीन करवा रहा है। कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी और बीजेपी के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित 350 सांसदों स्वर्गीय पी. संगमा के परिवार पर जेनहुआ नजर रख रही है।

जेनहुआ की लिस्ट में चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ के साथ-साथ तीनों सेनाओं के चीफ, आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के 60 सर्विंग अफसरों के साथ 15 रिटायर्ड आर्मी, नेवी और एयरफोर्स चीफ के नाम भी शामिल है। देश में सुरक्षा से जुड़ी जितनी भी बड़ी रिसर्च और प्रोडक्शन एजेंसीज है। उन सबके हैड इस कंपनी की जासूसी लिस्ट में थे।

जेनहुआ चीन की सरकार के लिए काम कर रही है। डेटा को एनालाइस करके चाइन की आर्मी और सरकार को देती है। जेनहुआ डेटा इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी कंपनी का चीनी सरकार और वहां की कम्युनिस्ट पार्टी से करीबी रिश्ता है। चीन, भारतीय एस्टेबिलिशमेंट के खिलाफ खुफिया अभियान चलाने और देश में दंगे फैलाने और सरकार के खिलाफ अफवाहें फैलाने की साजिश रच रहा था।

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