दरभंगा पार्सल ब्लास्ट केस शुरू में जितना मामूली दिख रहा था, अब उतनी ही बड़ी साजिश लग रही है। केस की जांच NIA (National Investigation Agency) को सौंप दिया गया है। आज शाम तक एनआईए की एक टीम के शामली पहुंचने की संभावना है। खबर है कि यहां से गिरफ्तार दोनों संदिग्धों (पिता-पुत्र) का पाकिस्तान से कनेक्शन निकला है। एनआईए टीम के यहां आने की पुष्टि शामली एसपी ने भी की है। इसके साथ ही एनआईए की एक टीम आज बिहार भी पहुंच रही है।
दरभंगा पार्सल ब्लास्ट केस NIA के हवाले
केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के बाद दरभंगा पार्सल ब्लास्ट केस में एनआईए ने एफआईआर दर्ज कर जांच को अपने जिम्मे लेने की कार्रवाई शुरू कर दी है। इसकी गंभीरता को देखते हुए जांच का जिम्मा एनआईए को सौंपने का फैसला लिया गया। दरभंगा जंक्शन पर पार्सल में हुए ब्लास्ट के पीछे बड़ी आतंकी वारदात का अंदेशा जताया गया है। इसके तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से भी जुड़ रहे हैं। अब इस मामले की साजिश की तह तक पहुंचने की कोशिश होगी।
मीडिया में आ रही खबरों की माने तो अब तक धमाके से जुड़े चार संदिग्धों को तेलंगाना और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है। शामली से पिता औऱ पुत्र पकड़े गए हैं। बताया जा रहा है कि इन्हीं में से किसी एक की आईडी पर वो सिम लिया गया था, जिसका नंबर पार्सल पर लिखा हुआ था।
कपड़े की गांठ में हुआ ब्लास्ट
बताते चलें कि, दरभंगा जंक्शन पर 17 जून को कपड़े की गांठ में विस्फोट हुआ था। इस गांठ से एक शीशी मिली थी जिसमें केमिकल विस्फोट होने की बात कही जा रही है। यह पार्सल तेलंगाना के सिकंदराबाद स्टेशन से बुक किया गया था। इसे दरभंगा में मो. सुफियान नाम के शख्स को डिलीवर किया जाना था। विस्फोटक के कपड़े की गांठ में होने और पार्सल स्टेशन पर उतर जाने के चलते यह विस्फोट बड़ा रूप नहीं ले सका।