कोरोना के बढ़ते केस के बाद दिल्ली में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। अब दिल्ली में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक लोग घरों से बाहर नहीं निकल सकते। यह कर्फ्यू तत्काल प्रभाव से लागू होगा और 30 अप्रैल तक लागू रहेगा। कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने मंगलवार को बड़ा फैसला लिया है। दिल्ली सरकार की ओर से जारी नाइट कर्फ्यू की गाइडलाइन के मुताबिक, इस दौरान ट्रैफिक मूवमेंट पर किसी तरह की कोई रोक नहीं होगी, जो लोग वैक्सीन लगवाने जाना चाहते हैं, उनको छूट होगी लेकिन ई-पास लेना होगा। राशन, किराना, फल सब्जी, दूध, दवा से जुड़े दुकानदारों को ई-पास के ज़रिए ही मूवमेंट की छूट होगी।
कोरोना के केस देश की राजधानी दिल्ली में भी तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली में सोमवार को टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत बढ़ गई है। ये आकड़ा डराने वाली है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कुल 64,003 नमूनों की जांच की गई। इनमें से 43,960 आरटी-पीसीआर टेस्ट और 20,043 रैपिड ऐंटीजेन टेस्ट थे। कुल नमूनों में से 3,548 पॉजिटिव निकले हैं।
AIIMS के पूर्व डीन डॉ एनके मेहरा ने कहा कि TPR का 5% से ऊपर जाना यह दिखाता है कि इन्फेक्शन मैनेज नहीं हो पा रहा। उन्होंने कहा, "जनवरी में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट गिरकर करीब 1% तक रह गया था। करीब दो हफ्ते पहले तक इसी के आसपास रहा। लेकिन अब पॉजिटिविटी रेट तेजी से बढ़ रहा है और केसेज कई गुना बढ़ने लगे है।"
डॉ मेहरा ने कहा कि शुरू में ऐसा सोचा गया कि कोविड-19 से होने वाला संक्रमण और मौतें कम हैं लेकिन अब जो डेटा सामने आ रहा है, वह बताता है कि इस लहर में भी संक्रमण उतना ही घातक है जितना पहले था। खासतौर से बुजुर्गों और को-मॉर्बिडिटीज वालों के लिए यह लहर ज्यादा घातक साबित हो रही है। पिछले 5 दिन के भीतर दिल्ली में कोविड से 64 मरीजों की मौत हुई है। इनमें सोमवार को हुईं 15 मौतें भी शामिल हैं। राजधानी में मृतकों की संख्या 11,096 पहुंच गई है। दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 6.79 लाख हो गई है। केसेज के लिहाज से दिल्ली देश में पांचवें नंबर पर है।
दिल्ली में सक्रिय मामलों की संख्या सोमवार को बढ़कर 14,589 हो गई, जिनमें से 7,983 संक्रमित लोग अपने घर में ही आइसोलेट हैं। राहत की बात यह कि पिछले 24 घंटों में कोरोना से संक्रमित 2,936 व्यक्ति ठीक हो गए।