पिछले 35 दिनों से दिल्ली के बॉर्डर्स पर आंदोलन चल रहा है। सरकार और आंदोलनकारियों के बीच छठे दौर की वार्ता के लिए समय और स्थान का ऐलान हो चुका है। खबरें आ रही हैं कि सरकार आंदोलनकारियों की सभी चार प्रमुख मांगों को संबोधित करने वाली है। इसी तरह किसानों ने भी 30 जनवरी को प्रस्तावित ट्रैक्टर मार्च को एक दिन के लिए टालने का ऐलान किया है। पहली बार किसान और सरकार दोनों ओर से आगे बढ़ने के संकेत मिले हैं। इसलिए माना जा रहा है कि नया साल शुरू होने से पहले आंदोलन समाप्त हो सकता है। इसी बीच सोशल मीडिया पर लगभग 6 मिनट का एक वीडियो वायरल हो रहा है।
https://www.youtube.com/watch?v=S2zM8RQIC98
यह वीडियो परफोर्म इंडिया नामके संगठन ने जारी किया है। इस वीडियो में आंदोलन के पीछे छिपी ताकतों का खुलासा करने का दावा किया गया है। वीडियो में मोबाइल टावरों पर तोड़फोड़ करने, मोबाइल कंपनियों और देसी कंपनियों के विरोध पर सवाल खड़े किए गए हैं। यह भी पूछा गया है कि आखिर इससे किसानों का क्या संबंध है और उन्हें क्या फायदा होने वाला है। साथ ही यह भी बताया गया है कि मोबाइल टावर तोड़ने, टेलीकॉम कंपनियों और देसी प्रोडक्ट्स का विरोध करने का फायदा चीन को मिलेगा। किसानों के आंदोलन को लाल झण्डेवालों ने हाईजैक कर लिया है।
<img class="wp-image-22592 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2020/12/kisan-Andolan-left.jpg" alt="Delhi Kisan Protest" width="1280" height="720" /> परफोर्म इंडिया नाम की संस्था ने जारी किया वीडियोइस वीडियो में वामपंथी नेताओं और पार्टियों के चरित्र को दर्शाने की कोशिश की गई है। भारत-चीन हमले से लेकर हाल ही में गलवान में हुई घटना तक पर वामपंथियों की प्रतिक्रिया को भी उजागर किया गया है। इसके अलावा वामपंथियों को कांग्रेस पार्टी के समर्थन के खुलासे का दावा किया गया है। लगभग 6 मिनट 11 सेकंड्स का यह वीडियो यू ट्यूब पर 29 दिसंबर को अपलोड किया गया है। इसको देखने और लाइक करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।.