कोरोना प्रॉटोकॉल का ध्यान रखते हुए दिल्ली मेट्रो यात्रियों के लिए नई सुविधा लाने पर विचार कर रही है। इस सुविधा के तहत मेट्रो में यात्रा करने वालों के लिए न तो टोकन की जरुरत होगी और न ही स्मार्ट कार्ड की। यात्री अपने मोबाइल फोन या फिर बैंक के डेबिट या क्रेडिट कार्ड से यात्रा कर पाएंगे। दरअसल, दिल्ली मेट्रो कांटेक्टलेस टिकटिंग की दिशा में काम कर रही है। दिल्ली मेट्रो का लक्ष्य है कि दिसंबर 2022 तक कांटेक्टलेस टिकटिंग का प्लान पूरा हो जाए। इसके लिए दिल्ली मेट्रो अपने प्लान को लेकर 23 बैंकों के साथ बात कर रहा है।
दिल्ली मेट्रो की योजना 'वन नेशन वन कॉर्ड' के तहत आगे बढ़ा रही है। इसके तहत क्यूआर कोड या रूपे कार्ड के जरिए आप मेट्रो में यात्रा कर पाएंगे। इसमें मोबाइल पर दिल्ली मेट्रो ऐप से स्कैन करने की सुविधा होगी दूसरी अगर कोई ऐसा बैंक कार्ड है जिसे रू पे कार्ड से वैधता मिली है तो उससे आपके यात्रा का पैसा सीधे बैंक खाते से कट जाएगा। इसका फायदा यह होगा कि अगर कोई दिल्ली का नहीं है तो मुंबई या अहमदाबाद मेट्रो का भी कार्ड होगा तो उससे भी दिल्ली मेट्रो में सफर कर पाएंगे। उन्हें अलग से कोई टोकन या स्मार्ट कार्ड की जरूरत नहीं पड़ेगी।
आपको बता दें कि दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 389 किलोमीटर लंबा है। दिल्ली मेट्रो के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हम एकसाथ तीन चरणों के नेटवर्क पर यह सुविधा शुरू करेंगे। जिससे यात्रियों को अलग-अलग लाइन पर इसे लेकर समस्या नहीं आए। इसके लिए दिसंबर 2022 तक का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन मेट्रो फेज चार में बन रहे 65.10 किलोमीटर के नेटवर्क पर पहले दिन से इस तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। जिससे 2025 तक दिल्ली के पूरे नेटवर्क पर कांटेक्टलेस टिकटिंग की सुविधा होगी। आपको बता दें कि दिल्ली में 285 मेट्रो स्टेशन है और हर दिन 30 लाख तक लोग रोजाना सफर करते है, लेकिन कोविड के समय में 16.42 लाख तक लोग फिलहाल मेट्रो से सफर कर रहे है।