धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के पूर्व छात्र शरजील उस्मानी के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है। उस्मानी ने हाल ही में कई विवादित और धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले पोस्ट किए थे। जिसके बाद दिल्ली में बीजेपी के एक नेता ने पुलिस में शिकायत की थी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि भाजपा के एक नेता की शिकायत के आधार पर शरजील उस्मानी के खिलाफ आईपीसी की धारा 505 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। इससे पहले 20 मई को महाराष्ट्र के जालना जिले में भी पुलिस ने पूर्व छात्र नेता के खिलाफ सोशल मीडिया पर कुछ आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने के लिए एफआईआर दर्ज की थी।
हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता और जालना के अंबाद में रहने वाले शिकायतकर्ता अंबादास अंभोरे ने आरोप लगाया था कि शरजील उस्मानी ने ट्विटर पर अपने कुछ हालिया पोस्ट में भगवान राम के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और धार्मिक भावनाओं को आहत किया।
इस साल की शुरुआत में, पुणे पुलिस ने उस्मानी के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 (ए) (धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच नफरत को बढ़ावा देना, आदि) के तहत मामला दर्ज किया था, जो कि 30 जनवरी को वहां आयोजित एल्गार परिषद सम्मेलन के दौरान दिए गए भाषण को लेकर था।
बताते चले कि, कि शरजील उस्मानी मूल रूप से यूपी का रहने वाला है और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का पूर्व छात्र रह चुका है। साल 2019 में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की बाबरी से जुड़ी एक तस्वीर पोस्ट करके सुर्खियों में आया था। इसके साथ ही उस्मानी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने 2019 में सीएए-एनआरसी आंदोलन के दौरान एएमयू परिसर के बाहर हुई झड़पों में कथित भूमिका के लिए भी गिरफ्तार किया था।