कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बढ़ा फैसला लिया है। दिल्ली सरकार ने स्थिति साफ करते हुए 8वीं कक्षा तक ऑफलाइन परीक्षा लेने पर रोक लगा दी है। दिल्ली सरकार ने 2020-21के शैक्षणिक सत्र में तीसरी से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों का मूल्यांकन करने के उद्देश्य से स्कूलों के लिए दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। इसमें कहा गया है कि 8वीं तक के छात्र को स्कूल बुलाकर एग्जाम नहीं लिया जाएगा।
दिल्ली सरकार का कहना है कि जिन छात्रों के पास डिजिटल माध्यम की सुविधा नहीं हैं, उनके अभिभावकों को स्कूल बुलाकर असाइनमेंट दिया जाए। असाइनमेंट के आधार पर ही बच्चों का रिजल्ट तैयार होगा। दिल्ली में शिक्षा विभाग की अवर निदेशक रीता शर्मा ने बताया कि चूंकि प्राथमिक और मिडिल स्तर पर कक्षाओं में कोई पठन-पाठन नहीं हुआ है, ऐसे में सामान्य परीक्षाओं की जगह विषयवार प्रोजेक्ट और असाइनमेंट के माध्यम से तीसरी से आठवीं कक्षा तक के छात्रों का मूल्यांकन किया जाए।
दिशा-निर्देश के अनुसार, तीसरी से पांचवीं कक्षा तक वर्कशीट पर 30अंक, सर्दियों की छुट्टियों में दिए गए असाइनमेंट पर 30अंक और एक से 15मार्च के बीच दिए जाने वाले प्रोजेक्ट और असाइनमेंट पर 40अंक दिए जाएंगे। सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए 9से 12वीं के स्कूल खोले गए हैं। प्राइमरी स्कूलों को लेकर दिल्ली सरकार ने अभी कोई फैसला नहीं किया गया है। हालांकि, नर्सरी क्लास के एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन किए गए हैं।
दिल्ली के प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 9वीं व 11वीं क्लास के बच्चों के अभिभावक लगातार सरकार से ऑनलाइन एग्जाम की मांग कर रहे हैं। इसके लिए दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन (DPA) मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर अनुरोध कर चुका है। सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया न मिलने के बाद अभिभावकों ने अब दिल्ली के उप राज्यपाल समेत तमाम सहायक संस्थाओं को लिखा है।