भारत नेपाल के बॉर्डर पर स्थित अररिया में एक जंगली हाथी ने तंडाव मचा दिया है। जंगली हाथी के आने के कारण नेपाल बॉर्डर के घूरना, मानिकपुर और सोनापुर गांव कोहराम मचा हुआ है। इस जंगली हाथी के कुचलने के कारण एक 10 वर्षीय बच्चे की जान चली गई है। जबकि कई अन्य लोगों के घायल होने की खबर है। हाथी के आतंक से गांव के लोग भयभीत हैं। गांव वालों ने बताया की नेपाल में भारी बारिश और बाढ़ के कारण एक जगंली हाथी अपने समूह से भटक कर बिहार की सीमावर्ती गांवों में घुस आया है। समूह से भटकने और अजनबी जगह होने के कारण हाथी का व्यवहार उग्र है।
इलाके में हाथी के घुस आने के बारे में बताते हुए गांव के लोग कहते हैं कि हाथी ने कई लोगों पर हमला किया है। हाथी ने लोगों के खेत और घरों को भी क्षति पहुंचाई है। जानकारी के अनुसार भारत सीमा से लगे खेत-खलिहानों में हाथी दिखने की सूचना जैसे ही गांव वालों को लगी, खबर जंगल के आग की तरह फैल गई। लोगो की भीड़ भी हाथी को देखने के लिए उमड़ पड़ी।ऐसे में मौके पर पहुंचे फुलकाहा थाना अध्यक्ष हरेश तिवारी एवं एसएसबी कैंप प्रभारी एसआई दुर्गेश ने लोगों के भीड़ को हटाया और हाथी को भारतीय इलाके से निकालने का असफल प्रयास भी किया।
इसके बाद उन्होंने फॉरेस्ट विभाग बथनाहा और अररिया को हाथी की मौजूदगी की सूचना दी। सूचना पर जिले के फॉरेस्ट पदाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। साथ ही लोगों को भीड़ लगाने से मना किया।