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'परिवार के मोह से ऊपर उठे कांग्रेस' – निष्कासित नेताओं की लिखी चिट्ठी चर्चा में

'परिवार के मोह से ऊपर उठे कांग्रेस' - निष्कासित नेताओं की लिखी चिट्ठी चर्चा में

कांग्रेस में अंतर्कलह और सियासी घमासान थमता नहीं दिख रहा है| कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर अभी भी कोई निर्णायक कदम नहीं उठाया जा सका है, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश कांग्रेस के 9 निष्कासित नेताओं ने कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को खुला पत्र लिखा है, जिसमें लिखा है कि पार्टी को कार्यकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित करके चलाया जाए और इसके लिए कांग्रेस को परिवार के मोह से ऊपर उठना होगा।

<img class="alignnone size-medium wp-image-11604" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2020/09/चिट्ठी-300×166.jpg" alt="" />

<strong>इस चिट्ठी के माध्यम से इन नेताओं ने प्रियंका गाँधी वाड्रा पर पार्टी के सदस्यों को नज़रंदाज़ करने और संवाद न करने का आरोप लगाया है| इन नेताओं ने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को संबोधित करके कहा है कि पार्टी को महज इतिहास बनने से बचा लें| इस वक्त यूपी कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा हैं| </strong>

चार पन्नों की इस चिट्ठी में पार्टी में लोकतंत्र स्थापित करने और परिवार के मोह से ऊपर उठने जैसे कुछ अहम मुद्दे उठाए गए हैं|

पत्र में कहा गया है कि इस बात की आशंका है कि राज्य मामलों के प्रभारी की ओर से मौजूदा स्थिति के बारे में नहीं बताया जा रहा है। नेताओं ने लिखा कि वे करीब एक साल से मिलने के लिए समय की मांग कर रहे हैं, लेकिन मना कर दिया जाता है।

नेताओं ने लिख कि उन्होंने अपने निष्कासन के खिलाफ अपील की थी, जो 'अवैध' था लेकिन केंद्रीय अनुशासन समिति को भी हमारी अपील पर विचार करने का समय नहीं मिला।

<strong>कांग्रेस के पूर्व नेताओं ने दावा किया कि पार्टी के पदों पर उन लोगों का कब्जा है जो वेतन के आधार पर काम कर रहे हैं और पार्टी के प्राथमिक सदस्य नहीं है। पत्र में कहा गया है कि इन नेताओं को पार्टी की विचारधारा नहीं मालूम, लेकिन उन्हें उत्तर प्रदेश में काम करने का दायित्व सौंप दिया गया है। पत्र में कहा गया है कि कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित कर संगठन चलाएं। कहीं ऐसा ना हो कि कांग्रेस इतिहास बन जाए। </strong>

वहीं इस चिट्ठी पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने इस चिट्ठी को बेबुनियाद बताया और लिखा, कि कांग्रेस एक परिवार है|

<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">Dear Congress Letter-Writers, We Are Family – by Salman Khurshid <a href="https://t.co/lSACjS303F">https://t.co/lSACjS303F</a></p>&mdash; Salman Khurshid (@salman7khurshid) <a href="https://twitter.com/salman7khurshid/status/1300282018895331328?ref_src=twsrc%5Etfw">August 31, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>

राजनैतिक विश्लेषक मानते हैं कि कांग्रेस पार्टी बदलाव के मुहाने पर खड़ी है, देखना महत्वपूर्ण होगा कि राष्ट्रीय लीडरशिप गाँधी परिवार के इतर कोई राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनती है या यह तकरार बरक़रार रहेगी|

पूर्व सांसद संतोष सिंह, पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी, पूर्व विधायक विनोद चौधरी, भूधर नारायण मिश्रा, नेकचंद पांडे, स्वयं प्रकाश गोस्वामी और संजीव सिंह के हस्ताक्षर वाली इस चिट्ठी में कहा गया है कि कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है|
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