<p id="content">देश के सामने कोरोना संकट की मौजूदगी में बर्ड फ्लू के प्रकोप की पुष्टि हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना महामारी के बीच बर्ड फ्लू और घातक हो सकती है। वहीं, इसके चपेट में कई राज्य आ चुके हैं। पिछले एक हफ्ते में बर्ड फ्लू ने सबसे ज्यादा असर राजस्थान में दिखाया है। यहां छह जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।</p>
<strong>ताजा जानकारी के अनुसार, इन जिलो में 140 और पक्षियों की मौत हो गई है। राज्य के एक अधिकारी ने जानकारी करते हुए बताया कि राजस्थान के सवाई माधोपुर में 35, बीकानेर में 53, झालावाड़ में 22, बारा में 17, पाली में 9 और बांसवाड़ा में 7 कौवों की मौत के आंकड़े मिले हैं। </strong>
पिछले एक हफ्ते में, राजस्थान में कुल 522 पक्षियों की मौत हुई है, जिनमें से 471 कौवे और बाकी बगुला और बया वीभर हैं। मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को एवियन इन्फ्लूएंजा के परीक्षण के लिए लगभग 13 नमूने भोपाल भेजे गए थे। फिलहाल एच5एन1 वायरस हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में पक्षियों में पता चला है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस कोविड-19 महामारी के बीच और घातक हो सकता है।
<strong>वन्यजीव वार्डन के चीफ वाइल्डलाइफ मोहनलाल मीणा ने आईएएनएस से कहा, हम संक्रमण की जांच के लिए तत्काल कार्रवाई करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। हमारी टीमें बिना किसी देरी के ऐसे सभी मामलों को ट्रैक कर रही हैं और उन्हें विशेष सावधानी से निपट रही हैं।</strong>
उन्होंने कहा, यह रणनीति सभी जिलों में लागू की जा रही है। हमने पशु चिकित्सा विभाग, जिला प्रशासन और वन विभाग की संयुक्त टीमों का गठन किया है और संक्रमण को रोकने के लिए हम सभी मिलकर काम कर रहे हैं। उधर, मध्य प्रदेश में भी बर्ड फ्लू का संकट गहराने लगा है। इसी के चलते सरकार ने पूरे राज्य में अलर्ट जारी किया है। राज्य के कई हिस्सों में बीते 10 दिनों में बड़ी संख्या में कौओं की मौत हुई है। इंदौर में 142, मंदसौर में 100, आगर-मालवा में 112, खरगोन जिले में 13, सीहोर में नौ कौओं की मृत्यु हुई है।.