देश के दो विभिन्न जगहों से खालिस्तान समर्थक आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। दरअसल ऐसे कई सबूत मिले हैं जो साफ इशारा करते हैं कि दिल्ली के बार्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन को अलगाववादी एजेंडे के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
सरकार को इस बात की भनक लगते ही सोशल मीडिया से लेकर हर जगह कार्रवाई तेज कर दी गई है। लखनऊ की क्राइम ब्रांच टीम और पंजाब पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन के दौरान खालिस्तानी समर्थक और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल परमजीत सिंह पम्मा और मलतानी सिंह का साथी जगदेव सिंह उर्फ जग्गा दबोचा गया है। वहीं, महाराष्ट्र के नांदेड़ शहर से संदिग्ध खालिस्तानी आतंकी को भी गिरफ्तार किया गया है। सरबजीत सिंह कीरत नाम के इस समर्थक को नांदेड़ पुलिस और पंजाब पुलिस सीआईडी की संयुक्त कार्रवाई में नांदेड़ से गिरफ्तार किया गया है। सरबजीत लुधियाना का रहने वाला बताया जा रहा है।
आपको बता दें कि लखनऊ से गिरफ्तार आतंकी का संबंध खालिस्तान समर्थक आतंकवादी परमजीत सिंह पम्मा एवं मलतानी सिंह व अन्य राष्ट्र विरोधी तत्वों से है। परमजीत सिंह इंग्लैंड में रहकर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त है।
वहीं, महाराष्ट्र के नांदेड़ शहर से संदिग्ध खालिस्तानी आतंकी को गिरफ्तार किया गया है। सरबजीत सिंह कीरत नाम के इस समर्थक को नांदेड़ पुलिस और पंजाब पुलिस सीआईडी की संयुक्त कार्रवाई में नांदेड़ से गिरफ्तार किया गया है। सरबजीत लुधियाना का रहने वाला बताया जा रहा है।
पुलिस ने यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की है। पुलिस के मुताबिक सरबजीत यूएपीए (UAPA) के तहत दर्ज मामले में फरार चल रहा था। पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है। उसके अनुसार गिरफ्तार आरोपी सरबजीत सिंह खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स से जुड़ा हुआ था।
वह लगातार बेल्जियम में खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स से जुड़े हुए आतंकियों के संपर्क में था। वो पंजाब में आतंकी वारदात को देने की योजनाएं भी बना रहा था। सरबजीत के ऊपर कुछ नए आतंकियों को रिक्रूट कर हिंदू संगठनों के नेताओं और खालिस्तानी विचारधारा के खिलाफ रहने वाले लोगों को टारगेट करने की जिम्मेदारी भी दी गई थी। फिलहाल पुलिस सरबजीत से इन तमाम सवालों के जवाब निकलवाने में जुटी है।