कृषि कानूनों के विरोध में पिछले साल शुरू हुए आंदोलन को आज यानि 26 मई को छह महीने पूरे हो गए हैं। इस मौके पर किसान संगठनों ने 'काला दिवस' मनाने की घोषणा की है। किसानों के इस प्रोटेस्ट को देश की दर्जन भर से ज्यादा विपक्षी पार्टियों ने भी समर्थन देने का ऐलान किया है। इस प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए बड़ी तादाद में यूपी, हरियाणा और पंजाब से किसानों के नए जत्थों के दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचने का सिलसिला जारी है।
दिल्ली पुलिस के सामने सबसे बड़ी चिंता यह है कि कहीं किसान 26 जनवरी की तरह दिल्ली पर चढ़ाई करके कानून व्यवस्था की धज्जियां न उड़ा दें। ऊपर से बॉर्डर पर भीड़ बढ़ने के साथ ही कोरोना का खतरा बढ़ने की भी आशंका है। ऐसे में पुलिस के सामने दोहरी चुनौती होगी। अभी दिल्ली में लॉकडाउन भी चल रहा है, ऐसे में भीड़ इकट्ठी करने और किसी भी तरह के धरने-प्रदर्शन की इजाजत नहीं है, लेकिन पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि 26 जनवरी की घटना से दिल्ली पुलिस को जो सबक मिले हैं, उसे देखते हुए पुलिस अपनी तरफ से पूरी तैयारी रखेगी।
किसान पिछले साल नंवबर से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं और तीन नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। चालीस से अधिक किसान संगठनों का प्रतिनिधित्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वार्ता की बहाली की अपील की थी। उधर, किसानों ने भी पुलिस और प्रशासन से जोर आजमाईश करने की पूरी तैयारी कर ली है। किसान नेता दिल्ली के बॉर्डर्स पर काला झंडा फहरा कर विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा कर चुके हैं। ऐसे में देखना होगा कि पुलिस उन्हें कई फुट ऊंचा काला झंडा फहराने की इजाजत देती है कि नहीं। इसके अलावा पुलिस के पास ऐसा भी इनपुट है कि सिंघू, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर से किसानों के कुछ जत्थे विरोध प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश कर सकते हैं।
दिल्ली पुलिस की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि अगर कोई भी व्यक्ति कानून अपने हाथों में लेने का प्रयास करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि सिंघू, टीकरी और गाजीपुर समेत सभी सीमाओं पर जवान पहले से ही मौजूद हैं, किसी भी गैर कानूनी गतिविधि या प्रवेश की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी। संयुक्त किसान मोर्चा की घोषणा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने लोगों से कोविड दिशानिर्देशों का पालन करने और अपने घरों से बाहर नहीं निकलने का आग्रह किया है।