बिहार में हर साल बाढ़ आता है और साल सरकार इसे रोकने की खोखले दावे करती है। बारिश के दिनों में हर बार राज्य के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं। राज्य के सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, खगड़िया, चंपारण समेत 11 जिलों में बाढ़ (Flood) जैसी स्थिति बनी हुई है। लोगों के घरों में पानी घुस गया है जिसके चलते उन्हें घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं दरभंगा में बाढ़ के पानी से अतिहार गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र ढह गया। हालांकि, इस घटना में किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
#WATCH Bihar | Sub-health centre washed away by floodwater in Darbhanga district's Atihar village. (03.07) pic.twitter.com/x1cci01tE0
— ANI (@ANI) July 4, 2021
बिहार में कोसी और गंडक नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसके चलते कई गांवों में पानी भर गया है। नदियों के उफान से डरे लोग बाढ़ की आशंका को लेकर उंचे स्थानों पर जा रहे हैं। बिहार के मोतिहारी में बाढ़ का कहर जारी है। बिहार के मोतिहारी में भी बाढ़ का कहर जारी है। सुगौली में सैलाब का संकट गहराता जा रहा है। नदी में कटान की वजह से किनारे बने घर पानी में बह गए हैं। बिहार के मधुबनी में भारी बारिश की वजह से कमला बलान नदी उफान पर है। लोगों के घर बाढ़ की पानी से चौतरफा घिरे हुए हैं।
#WATCH | Bihar: A house collapses in Bhawanipur, Motihari as incessant rainfall leads to a rise in water level of Sikrahna (Burhi Gandak) river, leading to soil erosion at river banks. The house was damaged due to heavy rainfall and unoccupied at the time of the incident. pic.twitter.com/JVRwcnr9xI
— ANI (@ANI) July 4, 2021
गंडक, बागमती, कमला और महानंदा नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। कमला और बागमती नदी जो खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। वहीं, गंडक नदी के जलस्तर के बढ़ने से पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज और सारण में स्थिति बिगड़ती जा रही है। खिरोई, बागमती, कमला, लालबकेया और अधवारा समूह की नदियां भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है।