भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन के अध्यक्षता में किए जा रहे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक का बहिष्कार कर दिया है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी की अध्यक्षता में बहुपक्षीयता पर मंत्री स्तर की चर्चा होनी थी जिसमें भारत का प्रतिनिधित्व विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने किया। पिछले साल पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास भारतीय सेन पर हुए हिंसक हमले के बाद चीन को कड़ा संदेश दिया गया है।
विदेश मंत्री की गैरमौजूदगी से भार का रुख साफ दिखाई दिया क्योंकि बाकी सभी सदस्य देशों के मंत्री बैठक में मौजूद थे। बैठक के दौरान अपने भाषण में कोरोना वायरस की महामारी के बीच वैश्विक कमजोरियां और गलतियां जाहिर हो गई हैं। 'संयोजित वैश्विक प्रतिक्रिया में देरी से बहुपक्षीय व्यवस्था की कमजोरियां जाहिर हो गई हैं जो आज दिख रहा है। इससे विस्तृत बदलाव की जरूरत साफ हुई है।'
Renewal of vows towards a reformed UN-centered multilateral system will require genuine efforts on behalf Member States.
🇮🇳 seeks to strengthen the forces of cooperative multilateralism.
Highlights of FS @harshvshringla's remarks at #UNSC briefing today⤵️ pic.twitter.com/1dfX4PQben
— India at UN, NY (@IndiaUNNewYork) May 7, 2021
उन्होंने कहा कि महामारी ने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला से लेकर असमान वैक्सीन वितरण तक की गलतियां जाहिर कर दीं और वैश्विक सहयोग और मजबूत बहुपक्षीयता की जरूरत समझाई है।
बताते चले कि जनवरी में यूएनएससी में अस्थाई सदस्य के तौर पर शामिल हुआ था और उसके बाद से जयशंकर ने मंत्री स्तर की बैठकों में हिस्सा लिया है जब जनवरी में ट्यूनीशिया, फरवरी में ब्रिटेन और अप्रैल में वियतनाम ने अध्यक्षता की थी। चीन अभी दो और बैठकें करेगा एक अफ्रीका और कोविड-19 रिकवरी पर और एक शांतिदूतों की सुरक्षा बेहतक करने पर।