<span style="font-size: 16px;">केंद्र सरकार की ओर से लागू कृषि कानूनों को लेकर किसान यूनियनों ने मंगलवार को <strong>भारत बंद </strong>का ऐलान किया था। देश के विभिन्न इलाकों में इस ऐलान का असर अलग-अलग रहा। किसान संगठनों ने सुबह 11 बजे से 3 बजे तक भारत बंद करने की घोषणा की थी। इस दौरान पूर्वोत्तर राज्यों के साथ भारत-बांग्लादेश व्यापार पूरी तरह बेअसर रहा। </span>
<span style="font-size: 16px;">हालांकि, दिल्ली में भारत बंद में कुछ ऑटो और टैक्सी संघों ने भी भाग लिया और सड़कों पर वाहनों को नहीं उतारने का फैसला किया, वहीं कुछ ने हड़ताल से दूरी बनाई। आपको बता दें कि पिछले 13 दिनों से हरियाणा और पंजाब के किसान आंदोलनरत हैं। इसी कड़ी में आज <a href="https://hindi.indianarrative.com/krishi/bharat-bandh-today-punjab-may-be-most-likely-state-20745.html" target="_blank" rel="noopener noreferrer">भारत बंद</a> का ऐलान किया गया था। </span>
<span style="font-size: 16px;">दिल्ली सर्वोदय चालक संघ के अध्यक्ष कमलजीत गिल ने दावा किया, उसके अधिकतर सदस्य हड़ताल पर हैं। यह संगठन ओला और ऊबर जैसी ऐप आधारित टैक्सी के चालकों का प्रतिनिधित्व करता है। गिल ने कहा, 'दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में करीब चार लाख ऐप आधारित कैब हैं। हमारे अधिकतर सदस्य हड़ताल पर हैं।<strong>
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<strong><span style="font-size: 16px;">वहीं बंदी का असर पूर्वोत्तर राज्यों के सीमापार व्यापार और बांग्लादेश के साथ व्यापार पर नहीं पड़ा है। </span><span style="font-size: 16px;">सीमा शुल्क और चेक-पोस्ट अधिकारियों के अनुसार, त्रिपुरा और मेघालय में एकीकृत चेक पोस्ट (ICP) और लैंड कस्टम स्टेशन (LCS) के जरिए भारत-बांग्लादेश व्यापार और मौरे आईसीपी (पूर्वी मणिपुर में) के जरिए भारत-म्यांमा व्यापार सुचारु रूप से जारी रहा। किसानों की ओर से बुलाए गए भारत बंद के बीच बिना किसी रूकावट के व्यापार होता रहा। </span></strong>
आपको बता दें कि अगरतला-अखौरा (बांग्लादेश) आईसीपी पश्चिम बंगाल में पेट्रापोल-बेनापोल आईसीपी के बाद दोनों पड़ोसियों के बीच दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक बिंदु है। अगरतला-अखौरा आईसीपी के प्रबंधक देबाशीष नंदी ने बताया कि भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार <strong>भारत बंद</strong> से पूरी तरह बेअसर रहा।
<h3>अगरतला-अखौरा <span style="font-size: 16px;">ICP से </span>तीन से चार करोड़ रुपये का व्यापार होता है</h3>
गौरतलब है कि अगरतला से सटे अगरतला-अखौरा आईसीपी पूर्वोत्तर भारत में सबसे महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक भूमि बंदरगाह है, जिसके माध्यम से बांग्लादेश से हर दिन विभिन्न सामानों से भरे औसतन 80 से 100 ट्रक त्रिपुरा पहुंचते हैं। अगरतला-अखौरा आईसीपी के माध्यम से हर दिन औसतन तीन से चार करोड़ रुपये का व्यापार होता है।
<h3>35 ऑपरेशनल लैंड कस्टम्स स्टेशन</h3>
सात पूर्वोत्तर राज्यों से सटे भारत-बांग्लादेश और भारत-म्यांमार सीमा के साथ करीब 35 ऑपरेशनल लैंड कस्टम्स स्टेशन हैं। चार भारतीय पूर्वोत्तर राज्य – त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम और असम – बांग्लादेश के साथ 1,880 किलोमीटर की सीमा साझा करते हैं, जबकि मिजोरम, मणिपुर, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश म्यांमार के साथ 1,640 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं।.