अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति में मगंलवार को पाकिस्तान की एक बार फिर बहुत बड़ी बेइज्जति हुई है। पाकिस्तान की इस ओछी हरकत की वजह से रूस को भी रुस्वा होना पड़ा है। एससीओ की विदेश और रक्षा मंत्रियों की सफल बैठक के बाद रूस ने एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों) की ऑनलाइन बैठक आहूत की थी। रूस ही इस बैठक की अध्यक्षता कर रहा था। रूस ने पाकिस्तान को चेताया था कि वो बैठक में ऐसा कुछ न करे जिससे बाद में उसे पश्चाताप करना पड़े। लेकिन पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। भारत की ओर से इस बैठक में शामिल हुए एनएसए अजित डोबाल ने मीटिंग के अध्यक्ष रूस के एनएसए निकोलाई पत्रुशेव से पाकिस्तान की ओछी हरकत पर बात की। अजित डोबाल ने कहा कि पाकिस्तान की हरकत रूस की अवहेलना और भारत को भड़काने के प्रयास है। उन्होंने इसी बात पर विरोध जताते हुए हुए एससीओ मीटिंग का बहिष्कार कर दिया।
इस पर रूसी एनएसए निकोलाई पत्रुशेव ने अजित डोबाल की प्रशंसा की और पाकिस्तान को डांटने के अंदाज में कहा कि 'रूस पाकिस्तान के ऐसे किसी भी छल और प्रपंच का समर्थन नहीं करता जिससे उसे मित्र भारत को ठेस लगती है।'
दरअसल, पाकिस्तान की तरफ से बैकड्रॉप में गलत नक्शा लगाए जाने की वजह से एनएसए अजीत डोभाल ने एससीओ की एनएसए स्तर की मीटिंग छोड़ दी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि एससीओ की बैठक में पाकिस्तान के एनएसए ने झूठा मानचित्र दिखाने की कोशिश की। यह बैठक के नियमों और मेजबान रूस के परामर्श की कठोर उपेक्षा थी।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय पक्ष ने रूसी समकक्ष से विचार-विमर्श के बाद विरोध स्वरूप बैठक छोड़ दी। हाल ही में इमरान खान सरकार ने पाकिस्तान का नया नक्शा जारी किया था। नए नक्शे में पाकिस्तान ने पूरे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अपना दिखाया है। नए नक़्शे में पाकिस्तान ने जूनागढ़ को भी पाकिस्तान का हिस्सा दिखाया है। इसी नक्शे को पाकिस्तान ने अपने बैकड्रॉप में लगाया था।.