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इंडियन आर्मी चीफ Gen Naravane के सऊदी अरब दौरे से पाकिस्तान में हड़कम्प

इंडियन आर्मी चीफ Gen Naravane के सऊदी अरब दौरे से पाकिस्तान में हड़कम्प

इंडियन आर्मी चीफ <a href="https://hindi.indianarrative.com/india/indian-army-chief-general-narwane-to-visit-saudi-arabia-and-united-arab-emirates-20226.html"><strong><span style="color: #000080;">मनोज मुकुंद नरवाणे</span></strong></a> (Gen Naravane)  देश के बाहर एक नया इतिहास लिखने जा रहे हैं। नरवाणे (Gen Naravane), भारत के पहले आर्मी चीफ हैं जो सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर जा रहे हैं। जनरल नरवणे (Gen Naravane) का यह दौरा चार दिन का है। इन चार दिनों में वो सब कुछ होने जा रहा है जो आजादी के बाद से नहीं हो सका था। इन चार दिनों में भारत-सऊदी अरब और भारत-संयुक्त अरब अमीरात के बीच सैन्य समझौतों की आधारशिला को पुख्ता किया जाएगा। अरब जगत में भारतीय सैन्य कौशल को एक नए नजरिए से देखा जाएगा। ऐसा भी कहा जा रहा है कि जनरल नरवणे (Gen Naravane) की यात्रा के बाद भारत को सऊदी अरब की शाही सुरक्षा का जिम्मा भी मिल सकता है। अभी तक सऊदी अरब की शाही सुरक्षा का जिम्मा पाकिस्तान के पास है। सऊदी अरब और पाकिस्तान के रिश्ते दोस्ती के कम और दुश्मनी की ओर ज्यादा बढ़ रहे हैं। सऊदी अरब के शाही परिवार खास तौर पर सऊदी के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज और क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन अब्दुल अजीज को पाकिस्तान पर भरोसा नहीं रहा है।

सऊदी शाह और क्राउन प्रिंस दोनों चाहते हैं कि पाकिस्तान से शाही सुरक्षा का जिम्मा वापस लेकर किसी और को दिया जाए। ऐसा कहा जाता है कि पिछले साल अक्टूबर में भारत के एनएसए <a href="https://en.wikipedia.org/wiki/Ajit_Doval"><strong>अजित डोभाल</strong> </a>की सऊदी यात्रा के समय इस बात की नींव पड़ी कि शाही सुरक्षा की जिम्मेदारी इंडियन स्पेशल फोर्सेस को दी जाए। इस एक साल में सऊदी अरब और भारत की ओर से इस दिशा में बहुत काम किया गया है। उसके बाद भारतीय आर्मी चीफ जनरल नरवाणे सऊदी अरब पहुंच रहे हैं।

ऐसा बताया जाता है कि भारतीय अरब के इन दो सबसे ताकत देशों को सैनिक सहायता के अलावा सैन्य प्रशिक्षण भी देगा। भारत और सऊदी अरब तथा संयुक्त अरब अमीरात साथ मिलकर हथियारों का विकास करेंगे। इन परियोजनाओं का मकसद अरब देशों और भारत के सम्बंधों को विकास और परस्पर सहयोग के रास्ते पर आगे बढ़ाना है।

इंडियन आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवाणे न केवल एक कुशल सैन्य संचालक हैं बल्कि बावर्दी कुशल राजनयिक भी हैं। उनकी म्यांमार और नेपाल यात्रा भारत की ओर से महत्वपूर्ण थीं जिनमें उन्होंने सफलता भी हासिल की। जनरल नरवाणे के 'अरब' दौरे से एशिया ही नहीं दुनिया के विभिन्न देशों पर इसका व्यापक असर होने की संभावना है।

भारतीय सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवाणे रविवार को सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात की अपनी चार दिवसीय यात्रा शुरू करेंगे। जनरल नरवणे के दौरे को भारत के साथ सऊदी और यूएई के बीच गहराते रक्षा संबंध के तौर पर देखा जा रहा है। खबर है कि नरवणे सऊदी अरब और यूएई में दो-दो दिन रहेंगे और दोनों देशों के शीर्ष सैन्य अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। आर्मी चीफ नरवणे सऊदी में 'नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी' में एक कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे। इससे पहले, भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी 24 नवंबर को बहरीन और यूएई के तीन दिवसीय दौरे पर गए थे।

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