ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और इमारत-ए-शरिया के जनरल सेक्रेटरी मौलाना वली रहमानी का निधन हो गया है। वे बेली रोड स्थित एक बड़े अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, जिसके बाद उन्हें पारस में भर्ती कराया गया था। उनके निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक जताया है।
मौलाना वली रहमानी के गुज़रने की जानकारी देते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ट्विटर पर लिखा, "जनरल सेक्रेटरी मौलाना वली रहमानी साहब नहीं रहे, यह पूरे मुस्लिम उम्मा के लिए एक अपूरणीय क्षति है, सभी से दुआओं और सब्र की गुज़ारिश है।"
आपको बता दें कि मौलाना वली रहमानी बिहार, उड़ीसा और झारखंड के इमारत-ए-शरिया, अमीर-ए-शरियत के रूप में भी अपनी जिम्मेदारियां दे रहे थे। बताते चलें कि, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मौलाना वली रहमानी की सेहत को लेकर कुछ देर पहले ट्वीट करते हुए उनके ठीक होने की दुआ करने की अपील की थी। ट्वीट में पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से जानकारी दी गई कि मौलाना वली रहमानी को पिछले हफ्ते तबीयत खराब होने के बाद आईसीयू में भर्ती कराया गया था। हालांकि उनकी हालत में कुछ सुधार नहीं आया, इस ट्वीट के कुछ ही देर बाद वली रहमानी के इंतेकाल की खबर आई।
रहमानी बड़े इस्लामी स्कॉलर थे
इमारत-ए-शरिया के अमीर-ए-शरियत के साथ साथ रहमानी 30 के फाउंडर और खानकाह रहमानी, मुंगे के सज्जादानशीं भी थे। मौलाना रहमानी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी भी थे। अमीर-ए-शरियत मौलाना रहमानी देश ही नहीं, दुनियाभर में इस्लामी स्कॉलर के रूप में जाने जाते हैं।