कोरोना काल में जहां हर तरफ हाहाकार मचा है वहीं मुंबई से अच्छी खबर आई है। मुंबई में कोरोना के मरीज में कमी देखी जा रही है। मुंबई में माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या में पिछले 8 दिन में 58 प्रतिशत की कमी आई है। सील बिल्डिंग 55 प्रतिशत और कंटेनमेंट जोन 24 प्रतिशत कम हुए हैं। बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा कि दूसरी लहर में सबसे ज्यादा प्रभावित ऊंची इमारतों में रहने वाले लोग हुए हैं। इसे रोकने के लिए बीएमसी ने हाउसिंग सोसायटियों की मदद से ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट और टेस्टिंग की मुहिम शुरू की।
कंटेनमेंट जोन
– 28 अप्रैल को 124 थे
– अब 96 रह गए हैं
– कांदिवली में सबसे ज्यादा 22 हैं
माइक्रो कंटेनमेंट जोन
– 28 अप्रैल को 1,101 थे
– 6 मई को 617 रह गए
नियम के अनुसार बिल्डिंगें सील की गईं, कंटेनमेंट और माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए। वहां निगरानी के लिए पुलिस तैनात की गई। उसी का नतीजा है कि अब मुंबई के 24 में से 11 वॉर्डों – सैंडहर्स्ट रोड, कालबादेवी, परेल, वडाला, वर्ली, बांद्रा पूर्व, अंधेरी पश्चिम, घाटकोपर, मालाड, गोरेगांव और बोरीवली में एक भी कंटेनमेंट जोन नहीं है। यहां 28 अप्रैल को 124 कंटेनमेंट जोन थे, जो अब 96 रह गए हैं। कांदिवली में सबसे ज्यादा 22, अंधेरी पूर्व में 16, भायखला में 12 और कुर्ला, साकीनाका में 10 कंटेनमेंट जोन हैं। मुंबई में 28 अप्रैल को 1,101 माइक्रो कंटेनमेंट जोन थे, जो 6 अप्रैल को 617 रह गए। सैंडहर्स्ट रोड, बांद्रा पश्चिम और बोरीवली में एक भी माइक्रो कंटेनमेंट जोन नहीं है। जबकि अंधेरी पश्चिम में सर्वाधिक 176, ग्रांट रोड में 121, चेम्बूर और भायखला में 47- 47 और कुर्ला में 45 माइक्रो कंटेनमेंट जोन हैं।