कोरोना के बाद लगे लॉकडाउन के कारण ऑफिस ने नए रुल्स बनाए। कर्माचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दी गई। कई बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों को लगभर दो सालों से ये ऑप्शन दे रही है। लेकिन अब वर्क फ्रॉम कर रहे कर्मचारियों के लिए बुरी खबर है। अगर आप भी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं तो यह आपके लिए जरूरी खबर है। दुनिया की दिग्गज कंपनी गूगल ने वर्क फ्रॉम होम कर रहे कर्मचारियों के लिए बड़ा फैसला लिया है। उनकी सैलरी में कटौती हो सकती है। फेसबुक और टि्वटर पहले ही कटौती कर चुके हैं।
इस नए नियम से ज्यादा नुकसान उन कर्माचारियों को होगा जो काफी दूर से नौकरी करने आते हैं। रेडिट और जिल्लो जैसी कंपनियों ने नए कर्मचारियों की नियुक्ति इसी आधार पर की है कि जो लोग घर से काम करना चाहते हैं, उनकी सैलरी में ऑफिस से काम करने वाले लोगों की तुलना में अंतर हो सकता है। बता दें कि जोकर्मचारी परमानेंन्ट वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं उनकी सैलरी में 10 फीसदी की कटौती करने का प्लान बनाया है।
गूगल के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि गूगल का पैकेज हमेशा से ही लोकेशन पर निर्भर करता है। हर शहर के हिसाब से कर्मचारियों की सैलरी तय की जाती है जो लोग महंगे शहरों में रहते हैं उनकी सैलरी ज्यादा होती और जो सस्ते शहरों में है उनकी सैलरी थोड़ी कम होती है। गूगल के इस फैसले के बाद से कई छोटी कंपनियां भी अब हायरिंग लोकेशन के आधार पर करने लगे हैं।
अमेरिकी न्यूज एजेंसी की माने तो ये कटौती कर्माचारियों के लोकेशन के हिसाब से होगी। अगर कोई कर्मचारी स्टैनफोर्ड में अपने घर में रह कर काम करता है तो उसे ऑफिस आने वाले लोगों की तुलना में 15 परसेंट कम सैलरी मिल सकती है। वहीं सिएटल, बोस्टन और सैन फ्रैंसिस्को में रहने वाले कर्मचारियों की सैलरी में 5 और 10 परसेंट कम हो सकती है।