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‘Oxygen खोर खान चाचा’ उर्फ नवनीत कालरा को HC में झटका, बचाव में कांग्रेसी अभिषेक मनु सिंघवी के आने पर ASG ने उठाए सवाल

‘खान चाचा’ वाले कालरा की तरफ से HC में पेश हुए कॉन्ग्रेस MP सिंघवी

दिल्ली के खान मार्केट में खान चाचा रेस्टारेंट चर्चा में है। इस रेस्टारेंट का मालिक नवनीत कालरा इस महामारी में गोरख धंधा कर रहा था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने खान चाचा रेस्टारेंट से कई ऑक्सीजन कंसन्ट्रेट बरामद किया थे। कालरा फरार है और पुलिस उनके खिलाफ लूकऑउट नोटिस जारी कर चुकी है। कालरा को अग्रिम जमानत देने से दिल्ली हाई कोर्ट ने शुक्रवार (14 मई 2021) को इनकार कर दिया। उच्च न्यायालय ने इस मामले की सुनवाई 18 मई तक स्थगित कर दी है। कालरा की ओर से दिल्ली उच्च न्यायालय में कॉन्ग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी पेश हुए।

ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की कालाबाजारी के आरोपित नवनीत कालरा की अग्रिम जमानत याचिका को जरूरत से ज्यादा महत्व दिए जाने पर दिल्ली पुलिस की ओर से पेश असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल (ASG) एसवी राजू ने उच्च न्यायालय में पूछा कि इस आदमी को इतना महत्व क्यों दिया जा रहा है? उन्होंने कहा कि पहले गुरुवार को न्यायालय का कार्य समय से आगे बढ़ाकर शाम को 7 बजे यह इस मामले पर सुनवाई की गई और अब ईद की छुट्टी के दिन इस मामले को सुन जा रहा है। ASG राजू ने यह भी पूछा कि इस अग्रिम जमानत याचिका में खास क्या है? 

 

कालरा का बचाव करते हुए कॉन्ग्रेस सांसद और वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि नवनीत कालरा न तो आयातक हैं और न ही उत्पादक। वे कुछ रेस्टोरेंट चलाते हैं और एक पुराने फैमिली बिजनेस दयाल ऑप्टिकल्स के मालिक हैं। इस पर न्यायालय ने पूछा कि यदि कालरा आयातक या उत्पादक नहीं हैं तो किस आधार पर उन्होंने 105 ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर जमा कर रखे थे? दिल्ली उच्च न्यायालय के जस्टिस सुब्रमन्यम प्रसाद ने कालरा को किसी भी प्रकार की अग्रिम सुरक्षा देने से इनकार करते हुए सुनवाई को 18 मई 2021 तक के लिए टाल दिया।  

आपको बता दें कि 7 मई 2021 को दिल्ली पुलिस ने छापामारी करके दिल्ली के खान मार्केट के खान चाचा और टाउन हॉल रेस्टोरेंट से 105 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर बरामद किए थे। 6 मई को दिल्ली पुलिस ने ही लोधी कॉलोनी के एक रेस्टोरेंट से 419 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर जब्त किए थे। नवनीत कालरा इन तीनों रेस्टोरेंट का मालिक था। कालरा ये ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर 20 से 25 हजार में मंगवाता और 60-70 हजार में बेचता था। छापामारी के बाद से ही नवनीत कालरा का फोन बंद हो गया था और यह भी आशंका है कि उसने शहर छोड़ दिया।