देश में आयुर्वेद बनाम एलोपैथी के बीच नए विवाद ने जन्म ले लिया है। योग गुरु बाबा रामदेव ने आयुर्वेद में कोरोने के बेहतर इलाज का दावा किया, जिसके बाद से ही देश भर के डॉक्टर्स इसका विराध जता रहे है। इस बीच बॉलीवुड के अभिनेत्री और मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिन ने फिर से इस विवाद को छेड़ा है। हेमा मालिनी का कहना है, 'घरों में 'हवन' करने से महामारी से बचा जा सकता है। हवन से कोरोना वायरस समेत दूसरी बीमारियों से व्यक्ति की रक्षा होती है और वातावरण शुद्ध होता है।'
शनिवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर एक वीडियो शेयर करते हुए हेमा मालिनी ने लोगों से अपील की कि वे अपने घरों में ही 'पर्यावरण को शुद्ध' करने के लिए हवन करें और खुद को कोरोना जैसी कई बीमारियों से भी बचाएं। सांसद ने हवन के लिए उनकी ओर से उपयोग की जाने वाली सामग्री- नीम के पत्ते, घी, लौंग, सरसों, नमक और लोबान का भी जिक्र किया गया। हेमा मालिनी ने कहा, 'मैं पूजा करने के बाद कई सालों से ऐसा कर रही हूं। महामारी के बाद से इसे दिन में दो बार करना शुरू कर दिया। यह न केवल पर्यावरण को शुद्ध करता है, बल्कि कोरोना जैसी बीमारियों को दूर रखने के साथ ही शुद्धता की भावना भी देता है।'
शुक्रवार को शेयर किए गए एक अन्य कथित वीडियो में हेमा मालिनी ने कहा था कि हवन का अभ्यास सदियों से नकारात्मकता को साफ करने में प्रभावी माना जाता है। आज पूरी दुनिया महामारी और प्रकृति के प्रकोप से जूझ रही है। मैं सभी से अपील करती हूं कि न केवल पर्यावरण दिवस पर बल्कि लगभग हर दिन जब तक हम कोरोना को हरा नहीं देते, तब तक घर पर हवन करें, उन्होंने कहा कि इस समाधान का किसी जाति या धर्म से कोई संबंध नहीं है।