गरीबों और लाचारों की बेवसी का फायदा उठाकर मुसलमान बनाने वाले गैंग पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ा एक्शन लिया है। योगी ने कहा है कि धर्मान्तरण गैंग के खिलाफ एनएसए नेशनल सिक्योरिटी एक्ट लागू किया जाएगा और उनकी जमीन-जायदाद जब्त की जाएंगी।
ध्यान रहे,गरीब हिंदुओं को मुसलमान बनाने वाले गिरोह के दो सदस्यों मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी और मोहम्मद उमर गौतम को यूपी एटीएस ने लखनऊ से गिरफ्तार किया था। यह गिरोह मूक बधिर और गरीब लोगों को पैसा, नौकरी तथा शादी का लालच देकर हिंदू से मुसलमान बनाते थे। इस गिरोह को आईएसआई समेत अन्य विदेशी एजेंसियों से फंडिंग की जाती है। गिरोह ने अब तक देश भर में करीब एक हजार लोगों का धर्मांतरण कराने का खुलासा किया है। उनके कब्जे से विदेशी फंड से जुड़े दस्तावेज़ भी बरामद हुए हैं। एटीएस इनकी छानबीन कर रही है। एटीएस दोनों को अदालत से पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी, ताकि उसके रैकेट का खुलासा हो सके।
यूपी के एडीजी प्रशांत कुमार के मुताबिक ये गिरोह कई लड़कियों का धर्मांतरण के बाद निकाह भी करवा चुका है। गिरोह के सदस्य मोहम्मद उमर गौतम ने खुद भी धर्मांतरण किया था। उसके पिता का नाम धनराज सिंह गौतम है। एटीएस को देश भर के 1000ऐसे लोगों की सूची मिली है, जिनका इस गिरोह ने धर्मांतरण कराया है। यह संख्या और भी ज्यादा हो सकती है।
गिरफ्तार अभियुक्त मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी नई दिल्ली के जामिया नगर इलाके के ग्राम जोगाबाई में रहता है, जबकि उसका सहयोगी मोहम्मद उमर गौतम नई दिल्ली के जामिया नगर इलाके के बाटला हाउस में रहता है। उमर मूल रूप से फतेहपुर का रहने वाला है और उसने 1984में इस्लाम कबूल कर लिया था।