ट्विटर अपने हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। ट्विटर ने उप राष्ट्रपति समेत अन्य आरएसएस नेताओं के निजी हैंडल को अनवेरिफाइड कर दिया था। अब जब विवाद बढ़ा तो फिर कंपनी ने सेवाएं बेहाल कर दी है। ब्लू टिक हटने पर ट्विटर इंडिया का कहना था कि लंबे वक्त से अकाउंट लॉग इन नहीं होने के कारण ऐसा हुआ था। हालांकि वेरिफाई हटाने के कुछ ही घंटे बाद ट्विटर ने उनके अकाउंट का ब्लू टिक वापस कर दिया है। इतना ही नहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शीर्ष अधिकारियों के निजी हैंडल को भी अनवेरिफाइड कर दिया था। इस खबर को लेकर लोगों ने कंपनी के खिलाफ नाराजगी जाहिर की थी। यूजर्स ने कहा कि यह लोकतंत्र पर हमला है। इसके बाद कंपनी ने 10 घंटे के भीतर ही फिर से पहले की तरह सेवा बहाल कर दी है।
सूत्रों के मुताबिक, आईटी मंत्रालय इसे ट्विटर की 'गलत मंशा' मान रहा है और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है। सूत्र बताते हैं कि आईटी मंत्रालय की ओर से आज ट्विटर को नोटिस भेजा जाएगा जिसमें पूछा जाएगा कि उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक को बिना जानकारी बताए कैसे हटा दिया गया? ये भारत के संवैधानिक पद की अवमानना है।
इससे पहले ट्विटर ने आरएसएस के सह-सरकार्यवाह (ज्वाइंट जनरल सेक्रेटरी) अरुण कुमार, संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी सुरेश सोनी समेत अन्य नेताओं के निजी हैंडल से ब्लू टिक हटा दिया था। इस पर लोगों ने आपत्ति जताई थी । एक भाजपा नेता ने कहा कि ट्विटर ने उपराष्ट्रपति के ट्विटर हैंडल से ब्लू टिक हटाकर भारत के संविधान पर हमला बोला है।
ट्विटर पर किस स्थिति में हटता है ब्लू टिक
Twitter की सेवा की शर्तों के अनुसार, यदि कोई अपने हैंडल का नाम (@handle) बदलता हैं, यदि किसी का अकाउंट काफी दिनों से निष्क्रिय या अधूरा हो जाता है, या यदि यूजर अब उस स्थिति में नहीं हैं, जिसके कारण आपको शुरू में वेरिफाई किया था। इसे इस तरह से समझ सकते हैं कि जैसे कि एक निर्वाचित सरकारी अधिकारी जो कार्यालय छोड़ देता है और फिर उसे सत्यापन के लिए हमारे मानदंडों को पूरा नहीं करते हैं, तो आप अपना बैज खो सकते हैं।
आपको बता दें कि सरकार की नई गाइडलाइन के बीच ट्विटर और सरकार के बीच हालिया दिनों में विवाद बढ़ा है। नई गाइडलाइन को अभी तक ट्विटर ने अपनी रजामंदी नहीं दी है। कुछ दिन पहले ही कंटेंट फिल्टरिंग को लेकर दिल्ली पुलिस ने ट्विटर इंडिया के दिल्ली और गुरुग्राम के दफ्तर पर छापेमारी की थी।