कोरोना महामारी के बीच की देश पर ब्लैक फंगस का भी कहर बढ़ गया है, इससे कई लोगों की जानें जा चुकी है। ब्लैंक फंगस का इलाज बेहद ही महंगा है और इसमें इस्तेमाल होने वाला इंजेक्शन भी आसानी से नहीं मिल रहा है। इस बीच एक राहत भरी खबर आ रही है। अब इसकी दवा जल्द ही मार्केट में आने वाली है वो भी सस्ते दामों में।
सिर्फ 200रुपए में होगी कीमत
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT Hyderabad) हैदराबाद में अनुसंधानकर्ताओं ने ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस के इलाज के लिए एक ओरल साल्यूशन तैयार किया है। वे इस प्रौद्योगिकी को हस्तांतरित करने के लिए तैयार हैं। इस सॉल्यूशन को मरीज को मुंह के जरिए दिया जाएगा। दो साल की रिसर्च के बाद रिसर्चर को इस सॉल्यूशन पर अब पूरी भरोसा है। उनका मानना है कि इसे बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए दिया जा सकता है। इस सॉल्यूशन की एक और खास बात है कि यह बेहद किफायती है। 60मिलीग्राम की इस टैबलेट की कीमत सिर्फ 200रुपये है।
बता दें कि, आईआईटी हैदराबाद में इस सॉल्यूशन पर पिछले दो साल से प्रोफेसर सप्तऋषि मजूमदार, डॉ. चंद्र शेखर शर्मा और उनके पीएचडी स्कॉलर मृणालिनी गेधाने और अनंदिता लाहा काम कर रहे थे। संस्थान ने बताया कि, दो साल के अध्ययन के बाद अनुसंधानकर्ता इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि इस प्रौद्योगिकी को बड़े स्तर पर उत्पादन के लिए उचित फार्मा साझेदारों को हस्तांतरित किया जा सकता है।
इसके आगे कहा गया है कि, फिलहाल देश में ब्लैक और अन्य तरह के फंगस के इलाज के लिए कालाजार के उपचार का इस्तेमाल किया जा रहा है तथा इसकी उपलब्धता और किफायती दर को देखते हुए इस दवा के आपात और तत्काल परीक्षण की अनुमति दी जानी चाहिए। इसके आगे कहा गया है कि, यह तकनीक बौद्धिक संपदा अधिकार से मुक्त है ताकि इसका व्यापक स्तर पर उत्पादन हो सके और जनता के लिए यह किफायती एवं सुगमता से उपलब्ध रहे।