भारत ने ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी के मालमे में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। भारत ने साल 2020 में ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी इंडेक्स में 37 पायदान की लंबी छलांग मारी है। ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी इंडेक्स में भारत अब 10वें स्थान पर है, जबकि इससे पहले यह 47वें स्थान पर था। संयुक्त राष्ट्र की ओर से की गई एक स्टडी में साइबर सिक्योरिटी के लिहाज से विभिन्न देशों की रैंकिंग की गई है, जिसमें चीन और पाकिस्तान क्रमश: 33वें और 79वें स्थान पर हैं।
साइबर सुरक्षा को लेकर ये स्टडी ऐसे समय में सामने आई है, जब सरकार सीमा पार कई तरह के साइबर हमलों से निपट रही है। वहीं मंगलवार को ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में साइबर सुरक्षा को लेकर पहली औपचारिक सार्वजनिक बैठक का आयोजन किया गया। भारत की ओर से इसमें विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने हिस्सा लिया और आतंकियों द्वारा साइबर स्पेस के दुरुपयोग को लेकर अंतराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया।
ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी की रैंकिंग में भारत ने अपने पड़ोसी देशों को पीछे छोड़ दिया है। इस लिस्ट में चीन को 33वीं और पाकिस्तान को 79वीं रैंक हासिल हुई है। वही ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी रैकिंग में अमेरिका पहले पायदान पर है। वही यूके दूसरे, साऊदी अरब तीसरे सिंगापुर और स्पेन चौथे पायदान पर काबिज रहे हैं। जबकि रूस, यूएई और मलेशिया को संयुक्त रूप से पांचवा स्थान मिला है। वही कनाड़ा, जापान, फ्रांस का भारत से पहले नंबर आता है।
इस बैठक में विदेश सचिव हषवर्धन श्रृंगला ने यह भी कहा कि दुनियाभर में आतंकवादी अपने दुष्प्रचार को फैलाने, नफरत और हिंसा को बढ़ावा देने, युवाओं की भर्ती करने और धन उगाही के लिए साइबर क्षेत्र का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के पीड़ित के रूप में भारत ने हमेशा इस बात पर गौर किया है कि सदस्य देश साइबर क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के लिए होने के विषय पर और अधिक रणनीतिक तरीके से ध्यान दें और उससे निपटें।