हर साल नई दिल्ली के मुख्य अतिथि की पसंद कई कारणों से तय होती है, जिसमें रणनीतिक और कूटनीतिक चिंताए, व्यावसायिक हित और अंतर्राष्ट्रीय भू-राजनीति महत्व रखती है। अगले साल (2022) के गणतंत्र दिवस समारोह के लिए गेस्ट लिस्ट तैयार होनी शुरू हो गई है। इस समारोह के लिए बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग (बिम्सटेक) के लिए बंगाल की खाड़ी पहल के नेताओं को बुलाने की तैयारी हो रही है।
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भारत के अलावा सात देशों के लिए उपक्षेत्रीय समूह में बांग्लादेश, म्यामांर, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं। बिम्सटेक के नेताओं ने मई 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के दौरान उनके शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया था, लेकिन तबसे इनमें से कुछ देशों में नेतृत्व परिवर्तन भी हुआ है। इंडियन एक्स्प्रेस की एक रिपोर्ट की माने तो, साउथ ब्लॉक इन देशों के नेताओं की उपलब्धता के लिए उनके कार्यालयों से संपर्क में बना हुआ है। कई उपयुक्त चैनल्स के जरिए फीलर्स भेजे गए हैं। नेताओं की उपलब्धता की पुष्टि के बाद ही गणतंत्र दिवस की गेस्ट लिस्ट जारी की जाएगी। प्रोटोकॉल ये है कि विदेशी नेता की उपलब्धता की पुष्टि होने के बाद ही निमंत्रण पत्र भेजा जाता है।
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भारत इस बार उम्मीद कर रहा है कि, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे या राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे, नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा, भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग, थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा और म्यांमार के राज्य प्रशासन परिषद के अध्यक्ष जनरल मिन आंग हलिंग गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेंगे।