Hindi News

indianarrative

एनएसए डोभाल की पोम्पियो-एस्पर से मुलाकात देख बौखला गया चीन

एनएसए डोभाल की पोम्पियो-एस्पर से मुलाकात देख बौखला गया चीन

दो दिन पहले की चेतावनी से चीन उबरा ही नहीं था कि दिल्ली में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पयो और रक्षामंत्री एस्पर से डोभाल की मुलाकात से और भी व्याकुल हो उठा है। पोम्पिओ और एस्पर भारत-अमेरिका की मंत्री स्तर की टू प्लस टू वार्ता के लिए दिल्ली दौरे पर हैं। पोम्पिओ और ऐस्पर के साथ सोमवार को भारत पहुंचे थे। ध्यान रहे अमेरिका के दो सबसे बड़े और महत्वपूर्ण नेताओं की भारत यात्रा उस समय हो रही है जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव प्रचार अंतिम दौर में है। अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए 3 नवंबर को मतदान होना है।
भारतीय एनएसए डोभाल ने पोम्पिओ और ऐस्पर के साथ साउथ ब्लॉक दफ्तर में बैठक की। उन्होंने कई मुद्दों और रणनीतिक महत्व की चुनौतियों पर चर्चा की। सूत्रों ने कहा कि दोनों पक्षों ने साझा उद्देश्यों को आगे बढ़ाने और सभी डोमेन में क्षमताओं को बढ़ाने की जरूरत जताई।

अमेरिकी रक्षा विभाग द्वारा जारी एक बयान में कहा कि म ऐस्पर ने अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह से औपचारिक टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय संवाद से पहले भी मुलाकात की है। दोनों ने अमेरिका और भारत के बीच रक्षा संबंधों की ताकत की सराहना की और सैन्य सहयोग को गहरा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।

अमेरिकी प्रवक्ता केल ब्राउन के अनुसार, भारत केविदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दो वर्षों के बीच तीसरी अमेरिकी-भारत टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता का स्वागत किया और कहा कि यह दोनों के बीच मजबूत भागीदारी का प्रतीक है।

बयान में कहा गया, "कोविड-19 की चुनौतियों का पता लगाने और क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर प्रतिक्रिया देने से लेकर, वैक्सीन बनाने और आर्थिक समृद्धि पर सहयोग करने के लिए सचिव और मंत्री ने सहमति व्यक्त की है। दुनिया में भारत-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका-भारत वैश्विक स्तर पर सुरक्षा और समृद्धि के लिए रणनीतिक भागीदारी बेहद अहम है।"

पोम्पिओ ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के आगामी कार्यकाल और अमेरिका और भारत के विभिन्न मुद्दों पर एक साथ मिलकर काम करने के अवसर का स्वागत किया। दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत की भागीदारी को और मजबूत करने के लिए और अवसरों को लेकर उम्मीद भी जताई।.