कोरोना के कारण रेलवे सभी ट्रेनों का संचालन नहीं कर रहा है। कई ट्रेन बंद हैं। ये कदम इस लिए उठाया गया था क्योंकि लोग कोरोना के चलते ट्रेवल करना बंद कर दिए थे। वहीं रेलवे ने अपने नियमों में भी बदलाव किए हैं। जैसे कई राज्यों ने ट्रेन से आने वाले यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर रिपोर्ट यानी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट को अनिवार्य कर रखा है, जिससे आपको एक राज्य से दूसरे राज्य में ट्रैवलिंग करने के लिए कोरोना का टेस्ट करवाना होता हैं।
बताया जा रहा है कि रेलवे जल्द ही यात्रा के दौरान कोरोना टेस्ट रिपोर्ट की अनिवार्यता को खत्म कर सकता है और इसके लिए नए नियम जारी किए जा सकते हैं। ऐसे में जानते हैं कि अब यात्रियों के लिए रेलवे का क्या प्लान है और अब किन नियमों में जल्द ही बदलाव किया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, जल्द ही रेल से सफर करने के लिए कोरोना की आरटी-पीसीआर जांच कराने की आवश्यकता नहीं होगी। बता दें कि अभी कई राज्यों में जाने के लिए आरटी-पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट जरूरी है। माना जा रहा है कि इस नियम की वजह से यात्रियों को कई मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। अब बताया जा रहा है कि इस नियम में बदलाव किया जा सकता है।
क्या होगा बदलाव?
इस रिपोर्ट के अनुसार, बताया जा रहा है कि आरटी-पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट के बजाय यात्रियों के लिए कोरोना के टीकाकरण के सर्टिफिकेट को अनिवार्य बनाने पर विचार कर रहा है। इसका मतलब यह है कि अगर आप ट्रेन से यात्रा करते हैं तो आपको टीका लगवाना जरूरी है और आपके पास टीका लगवाने का सर्टिफिकेट भी होना चाहिए। यात्री चाहें तो वे आरोग्य सेतु एप पर भी वैक्सीनेशन का अपना सर्टिफिकेट दिखा सकते हैं। माना जा रहा है कि इससे लोग टीकाकरण की प्रक्रिया में ज्यादा से ज्यादा हिस्सा लेंगे।
आपको मालूम हो की कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच रेलवे के नियम कई बार बदले गए। आरक्षित टिकटों से यात्रा, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क की अनिवार्यता और कई नियमों को लागू किया गया था ताकि कोरोना वायरस का संक्रमण ना हो सके। साथ ही अभी ट्रेन में एसी कोच में कंबल खान भी यात्रियों को नहीं दिए जा रहे हैं।