कोरोना महामारी के बाद अब आप जब भी ट्रेन से यात्रा करेंगे तो भारतीय रेल पूरी तरह से बदली हुई नजर आएगी। बिल्कुल ऐसी जैसी यूरोप और अमेरिकी ट्रेन होती हैं। इंडियन रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए रेल के डिब्बों में कई तरह का बदलाव किया है। स्थिति जब सामन्य होगी तो यात्रियों को बहुत कुछ बदलाव देखने को मिलेगा। डिब्बे की रूप-रेखा से लेकर रंग और इंटीरियर डिजाइन तक पूरी तरह से नया होगा।
पूरी तरह बदल जाएंगे ट्रेन के डिब्बे
भारतीय रेल ने यात्रियों की सुविधाओं का खयाल रखते हुए एक खास डिब्बा तैयार किया है जो कि, विस्टाडोम कोच (vista-dome coach) है। यह बेहद ही खास कोच होगा। इसकी डिजाइन भारत में अब तक के सभी रेल डिब्बों से अलग है। इसमें साज-सज्जा का पूरा ध्यान रखा गया है। यात्री जब रेल में सफर करें तो बाहरी दुनिया की खूबसूरती का आनंद ले सकें, इस बात को ध्यान में रखते हुए विस्टाडोम तैयार किया गया है। कोच की दीवार पर बड़ी खिड़कियां लगी हैं, साथ ही बाहर का नजारा देखने के लिए ऑब्जर्वेशन लाउंज बनाए गए हैं। विस्टा-डोम कोच में आरपार देखे जान सकने वाली खिड़कियां लगी हैं।
कोच की छत पर होगी ग्लास विंडो
कोच की छत पर भी ग्लास विंडो लगी है, इसे इलेक्ट्रिकली कंट्रोल किया जा सकेगा। डिब्बे के अंदर का इंटीरियर सजाया गया है जिसे एफआरपी इंटीरियर का नाम दिया गया है। इसके साथ ही रिक्लाइंग सीट लगी है जिसे 180 डिग्री तक घुमा सकते हैं। साथ ही इसमें मिनी पैंट्री और सर्विस एरिया बनाया हया ह। यात्रियों के सुविधा के लिए इसमें खाना गरम रखने के लिए हॉट केस भी होंगे। पैंट्री कोच में माइक्रोवेव ऑवन, कॉफी मेकर, बॉटल कूलर, रेफ्रिजरेटर और वॉश बेसिन लगे हैं। इस खास कोच में जीपीएस आधारित पब्लिक अड्रेस कम पैसेंजर इनफॉरमेशन सिस्टम (PAPIS) लगे हैं। ऑटोमेटिक स्लाइडिंग दरवाजे और बायो टैंक्स और प्रेशराइज्ड फ्लश के साथ एफआरपी मॉड्यूलर टॉयलेट लगे हैं।
नए कोच में यात्रियों की सुरक्षा और आराम का पूरा ध्यान रखा जाएगा। 2014 के बाद से अब तक 731 आईसीएफ रेक्स को पूरी तरह से हटाकर एलएचबी कोच लगाए जाएंगे। रेलवे ने अबतक 23,000 एलएचबी कोच तैयार कर लिया है। एसी थ्री टियर कोच लगाए जा रहे हैं जो पूरी तरह से इकोनॉमी क्लास में होंगे अब 72 यात्री की जगह 83 यात्री सफर कर सकेंगे। टिकट ज्यादा महंगी नहीं होगी, वहीं जनरल और स्लीपर क्लास को धीरे-धीरे एसी क्लास में शिफ्ट करने की तैयारी है।