Hindi News

indianarrative

लाखों कमाने की लालच में इंटरनेट से सीखा नकली नोट बनाना, फिर घर पर ही शुरू कर दी टकसाल

लाखों कमाने की लालच में इंटरनेट से सीखा नकली नोट बनाना

नकली नोटों की छपाई एक बार फिर से तेज होने लगी है। नकली नोट छापने वाले गिरोह नई-नई तकनीक के सहारे हुबहु असली नोटों की तरह दिखने वाली करंसी को मार्केट में उतार देते हैं। ऐसे में आम नागरिकों को इस बात का पता ही नहीं चल पाता कि कोई उन्हें नकली नोट थमा कर चला गया है। नकली नोट छापने का एक मामला मध्य प्रदेश में आया, जहां पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है।

दरअसल, मध्य प्रदेश में तो युवक ने घर में ही नोट छापने की मशीन लगा ली। उसने करेंसी छापने की ट्रिक इंटरनेट सीखी इसके बाद वो 100, 200, 500 और 2 हजार के नोट छापकर लोकल मार्केट और सब्जी मंडी में चलाने लगा। इंदौर के बाजारों में हजारों के नकली नोट सर्कुलेट हो गए,नकली करेंसी के चक्कर में कई आम लोग इसका शिकार बन बैठे। इंदौर में क्राइम ब्रांच की टीम को एक मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक युवक सब्जी मंडी में बड़ी मात्रा में नकली नोट चला रहा है।

सूचना पर क्राइम ब्रांच ने सब्जी मंडी में घेराबंदी करके आरोपी को पकड़ लिया। आरोपी का नाम राजकुमार तायडे बताया जा रहा है। पूछताछ में पता चला है कि युवक पिछले दो महीने से अपने ही घर में नोट छाप रहा था, उसने स्वीकार किया है कि अब तक वह करीब 20 हजार नोट मार्किट में चला चका है।

डीआईजी इंदौर, मनीष कपूरिया ने बताया कि आरोपी इंटरनेट के जरिए नोट छापने और बाजार में चलाने की ट्रिक सीखता था। उसने घर में नोट छापे और नकली नोट को चलाने के लिए बाजार में ठेले वाले को शिकार बनाया। जब पुलिस ने आरोपी के घर पर छापेमारी की तो वहां से नोट छापने का प्रिंटर, हाई क्वालिटी का पेपर, ग्लास कटर, लैपटॉप और कई तरह की सामग्री प्राप्त हुई। इनका प्रयोग नोट छापने के लिए किया जाता था।