इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच रॉकेट और हवाई हमले जारी हैं। इजरायल के ताबड़तोड़ हवाई हमलों के चलते फिलिस्तीनियों में दहशत का माहौल है। माना जा रहा है कि अगर इजरायल और फिलिस्तीन के चरमपंशी संगठन हमास के बीच यह संघर्ष ऐसे ही जारी रहा तो यह निश्चित रूप से युद्ध में बदल जाएगा।
बीती रात इजरायल ने हमास में महज 40 मिनट के अंदर ही 450 से ज्यादा मिसाइलें दागीं। इसमें हमास के 150 से ज्यादा ठिकानों को इजरायल ने टारगेट किया और हमास को इस हमले में भारी नुकसान पहुंचा है। इजरायल डिफेंस फोर्स ने कहा है कि उसने मिसाइलों के जरिए अब तक की सबसे बड़ी बम वर्षा की है। उसने अपने इन हमलों में हमास के सुरंगी ठिकानों को नुकसान पहुंचाया है। हमास से छिड़े संघर्ष में इजरायल ने अब तक अपने आयरन डोम एरियल डिफेंस सिस्टम के जरिए दुश्मन के रॉकेटों को बड़ी संख्या में आसमान में ही नेस्तनाबूद कर दिया। वहीं अपनी मिसाइलों से गजा में बड़ी संख्या में इमारतों को ध्वस्त किया है।
इजरायली द्वारा किए गए हमले में अब तक गाजा पट्टी में 111 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें 31 बच्चे और 19 महिलाएं भी शामिल हैं। वहीं, इजरायल के 8 नागरिकों की मौत हुई है। इसके साथ ही इजरायल के कई शहरों में भी गृहयुद्ध जैसे हालात हो गए हैं। कई जगहों पर यहुदियों और अरबों के बीच झड़पों की खबर सामने आई है। गजा की हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक इजरायल की ओर से किए गए हमलों में 800 से ज्यादा नागरिक जख्मी भी हुए हैं। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन समेत दुनिया के कई नेताओं ने शांति की अपील की है।
The target: The Hamas ‘Metro’ tunnel system in Gaza.
The operation: 160 aircraft, tanks, artillery and infantry units along the border.
We struck 150 targets and damaged many kilometers of the Hamas ‘Metro’ network. pic.twitter.com/otn7JKxB9c
— Israel Defense Forces (@IDF) May 14, 2021
इजरायल और फिलिस्तीन से फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी शांति की अपील की है। उन्होंने अरबी और हिब्रू दोनों ही भाषाओं में अलग-अलग ट्वीट कर तत्काल शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। फ्रांस राष्ट्रपति ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'मध्य पूर्व के देशों में हिंसा का चक्र तत्काल रुकना चाहिए। मैं संघर्ष विराम और संवाद की मांग करता हूं। शांति और सौहार्द की मांग करता हूं।'
हालांकि, अभी तक इजरायल और हमास की ओर से शांति के कोई संकेत नहीं मिले हैं। इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतान्याहू ने हमास के चेतावनी देते हुए कहा है कि उसे आक्रामकता की भारी कीमत चुकानी होगी।