दिल्ली के एम्स में अपनी गंभीर बीमारियों का इलाज करा रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव को एक और दुमका कोषागार से अवैध निकासी से जुड़े मामले में जमानत के लिए जूझ रहे हैं, तो वीं आने वाले समय में उनकी मश्किलें और बढ़ सकती है। चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले- कांड संख्य आरसी- 47 एय96 में सुनवाई अंतिम दौर में है।
ऐसा कहा जा रहा है कि लालू की तबीयत में तेजी से सुधार हो रहा है। उनकी तबीयत में हो रहे सुधार को देखते हुए जेल प्रबंधन लालू को दिल्ली एम्स से रांची वापस लाने की तैयारी में जुट गया है। कहा जा रहा है कि होटवार जेल अधीक्षक ने एम्स निदेशक को पत्र लिखकर लालू को मेडिकल कंडीशन और रांची वापस लाने की जानकारी मांगी है। एम्स निदेशक अगर रांची भेजने पर सहमति जता देते हैं तो लालू जल्द ही फिर से या तो हटवार जेस में रहेंगे या रिम्स में।
बताते चलें कि, सीबीआई ने 1996 में अलग-अलग कोषागारों से गलत ढंग से अलग-अलग राशियों की निकासी को लेकर 53 मुकदमे दर्ज किए थे। उन 53 मामलों में से यह मामला आरसी 47 (ए)/ 96 सबसे बड़ा है, जिसमें सर्वाधिक 170 आरोपी शामिल हैं। जबकि इस मामले में अभियोजन पक्ष के गवाहों की संख्या भी सबसे अधिक 585 है।
चारा घोटाले के मामलों में लालू यादव 23 दिसंबर 2017 से जेल में हैं। जेल जाने के बाद उन्हें कई बिमारियों ने जकड़ लिया। लिहाजा जेल से इलाज के लिए उन्हें रिम्स में भेजा गया। रिम्स में लंबे समय से भर्ती होने के बाद भी उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी जिसके बाद जनवरी में उन्हें एम्स नई दिल्ली भेजा गया। हिरासत में रहते हुए एम्स नई दिल्ली में उनका इलाज चल रहा है।