'शांति समझौते के आड़ में पाकिस्तान ने एक बार फिर छुरा घोंपा है। पठानकोट और उरी के बाद ये जम्मू एयर फोर्स स्टेशन पर ड्रोन अटैक है। जब-जब पाकिस्तान से शांति समझौता किया जाता है तब-तब भारत को इसी तरह की घटनाओं का सामना करना पड़ता है। पाकिस्तान के खिलाफ फिर किसी सर्जिकल या एयर स्ट्राइक समय आ गया है।'
पीठ में छुरा भोंकने की पाकिस्तान की आदत नहीं गई है। एक ओर सीज फायर का समझौता करने वाला पाकिस्तान आतंकी वारदातों में फिर इजाफा करने में लगा हुआ है। जमीन से सीमा पार करना मुश्किल हुआ तो अब ड्रोन से हमले शुरू कर दिए हैं। जम्मू के एयरफोर्स स्टेशन पर किया गया ड्रोन हमला भारत की सुरक्षा एजेंसियों के सामने बड़ी चुनौती पेश करना है। भारत के सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर पाकिस्तान की ओर से आए ड्रोन का यह पहला हमला है।
जम्मू का एयरफोर्स स्टेशन देश के सबसे संवेदनशील एयरबेस में से एक है। यहां एयर डिफेंस सिस्टम 24 घण्टे सिर्फ इसलिए सक्रिए रहता है कि कहीं दुश्मन की ओर एयर अटैक या ड्रोन अटैक न हो जाए। इसके बावजूद 26-27 जून की मध्य रात्रि ड्रोन से बम गिरा कर पाक परस्त आतंकियों ने बड़ा दुस्साहस किया है।
हालांकि, इस हमले के बाद सुरक्षाबलों ने संयुक्त अभियान छेड़कर लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी को गिरफ्तार किया है। इस आतंकी के पास से 5 किलोग्राम का एक आईईडी भी बरामद किया है। इसके अलावा कुछ संदिग्धों से पूछताछ चल रही है।
पाकिस्तान ने आतंकियों को हथियार सप्लाई करने के लिए 2019 से ड्रोन का इस्तेमाल बढ़ाया है। 13 अगस्त 2019 को अमृतसर के एक गांव में क्रैश होने के बाद एक ड्रोन पकड़ा गया। फिर उसी साल सिंतबर में तरन तारन, पंजाब में पकड़े गए एक आतंकी ने खुलासा किया कि ड्रोन ने आठ चक्कर लगातार हथियार गिराए थे। 20 जून 2020 को बीएसएफ ने जम्म-कश्मीर के कठुआ जिले में एक जासूसी ड्रोन को मार गिराया था, साथ ही हथियार और विस्फोटक भी बरामद किए थे।
पिछले साल 19 सितंबर को जम्मू कश्मीर पुलिस ने लश्कर ए तयैबा की तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया, उन्हें एक रात पहले ही पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियारों की सप्लाई मिली थी। फिर 22 सितंबर 2020 को जम्मू कश्मीर पुलिस ने अखनूर सेक्टर को ड्रोन से डिलीवर किए गए हथियार बरामद किए। फिर दिसंबर में पंजाब पुलिस ने गुरदासपुर जिले में पाकिस्तान बॉर्डर के पास आठ हैंड ग्रेनेड बरामद किए, कहा गया कि यह पाकिस्तानी ड्रोन ने गिराए थे।
इसी साल पिछले महीने ही 14 तारीख को जम्मू कश्मीर के सांबा जिले में बीएसएफ ने पाकिस्तानी ड्रोन से गिराए गए हथियार बरामद किए। जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजी दिलबाग सिंह पहले ही कह चुके हैं कि चीन के बने ड्रोन का इस्तेमाल पाकिस्तानी आतंकी हथियार सप्लाई करने के लिए कर रहे हैं। ड्रोन से गिराए गए हथियारों में चीन की बनी कार्बाइन भी बरामद हो चुकी है।