जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर ड्रोन से किए गए हमले की साजिश पाकिस्तानी आर्मी के टॉप ब्रासेस ने रची थी। रडार की पकड़ से बाहर रहने वाले छोटे ड्रोन को सीमा पार पाक आर्मी के मंगला बेस से छोड़ा गया था। यह खुलासा रेडियो हिमालया चलाने वाले डॉक्टर अमजद अय्यूब मिर्जा ने किया है। हालांकि इस इस खुलासे पर इंडियन एजेंसीज ने सीधे-सीधे कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन इतना जरूर कहा है कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान आर्मी का हाथ हो सकता है।
जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हमले के कुछ घण्टे बाद ही डॉक्टर अमजद अय्यूब मिर्जा ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर इस हमले की साजिश का पर्दाफाश किया। उन्होंने सिलसिलेवार तरीके से बताया है कि ड्रोन पहले कहां से चले और कहां पहुंचे और फिर कैसे उन्हें भारतीय सीमा में घुसाया गया। एक बात और सामने आई है वो यह कि ऐसे हमले यमन के हूती विद्रोही सऊदी अरब पर करते रहते हैं।
डॉक्टर अमजद अय्यूब मिर्जा ने बताया है कि जम्मू के एयरफोर्स स्टेशन पर पाकिस्तान आर्मी के टॉप कमांडर्स ने इस हमले की साजिश रची थी। पाकिस्तान सीमा से जम्मू एयरफोर्स स्टेशन मात्र 24 किलोमीटर दूर है। अमजद अय्यूब मिर्जा के मुताबित यह हमला पाकिस्तान के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद के निर्देश पर किया गया।
मेजर नजर मोहम्मद, आसिम मिलक और अजहर वकार ने बिग्रेडियर इरफान को इस ड्रोन हमले का ऑर्डर दिया था। सूत्रों के मुताबिक, “जम्मू एयरपोर्ट के एयरपोर्ट स्टेशन पर हमले के लिए लाइट ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। हमले के लिए LoC के नजदीक मंगला से ड्रोन ने उड़ान भरी थी।”