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Corona काल में केजरीवाल का कारनामा- अफसरों का इलाज आलीशान होटल के कोविड केयर सेंटर में, आम आदमी भटके सड़कों पर

दिल्ली सरकार के VIP Covid Care Centre Photo: OP India

ऐसा महसूस होता है कि केजरीवाल की चमड़ी घाघ नेताओं से भी मोटी हो चुकी है। केजरीवाल के ऊपर हाईकोर्ट की डांट का भी कोई असर नहीं है। हाईकोर्ट ने 100 बेड वाले फाइव स्टार कोविड केयर सेंटर पर फटकार लगाई तो केजरीवाल ने आदेश वापस ले लिया, लेकिन वहीं एक दूसरा आदेश निकाल कर दिल्ली के चार अलग-अलग कौनों पर चार आलीशान होटलों को कोविड केयर सेंटर बनाकर उनमें ऑक्सीजन, कोरोना की सभी दवाएं और मेडिकल स्टाफ तैनात करने के आदेश जारी कर दिए। आलीशान होटलों में ये कोविड केयर सेंटर दिल्ली सरकार के वीआईपी अफसरों और उनकी फैमिली मेंबर्स के लिए बनाए गए हैं।

ध्यान रहे, बीते ही  दिन दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा था कि जब जनता सड़कों पर मारी-मारी फिर रही हो तब हम अपने लिए स्पेशल ट्रीटमेंट के लिए कैसे सोच सकते हैं। केजरीवाल ने हाईकोर्ट की भावनाओं को कूडेदान में डालते हुए अपने अफसरों के लिए नया आदेश जारी कर दिया।

 

आम आदमी पार्टी छोड़ कर बीजेपी में शामिल हुए कपिल शर्मा ने केजरीवाल की करतूतों का खुलासा करते हुए बताया है कि केजरीवाल सरकार ने विवेक विहार में होटल जिंजर, शाहदरा में होटल पार्क प्लाजा, कड़कड़डूमा के पास होटल लीला एंबियंस, हरि नगर में होटल गोल्डन ट्यूलिप एसेंशियल को सरकारी अधिकारियों और उनके परिवार वालों के लिए रिजर्व किया है। मंगलवार को जारी किए गए आदेश के अनुसार इन होटलों को राजीव गाँधी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल और दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल से जोड़ा जाएगा ताकि दिल्ली सरकार, स्वायत्त संस्थाओं और निगम के अधिकारियों और उनके परिवार वालों का इलाज किया जा सके।

दिल्ली सरकार के आदेश में लिखा गया है कि राजीव गाँधी अस्पताल और दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल के निदेशकों को निर्देशित किया जाता है कि वे रिजर्व किए गए होटलों में कोविड पॉजिटिव अधिकारियों और उनके परिवार वालों के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था मुहैया करवाएँ। साथ ही इस आदेश में यह भी कहा गया है कि रिजर्व किए गए होटलों में दिल्ली सरकार के कोविड पॉजिटिव अधिकारी और उनके परिवार के सदस्य क्वारंटाइन भी कर सकेंगे।

बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने अपने ट्वीटर पर दिल्ली सरकार के आदेश की कॉपी शेयर करते हुए लिखा है, “SHAME: अब केजरीवाल सरकार के अफसरों के लिए चार बड़े होटलों के 250 कमरें बुक करने का आर्डर। सरकारी अस्पताल को मरीज छोड़ कर इन होटलों में डॉक्टर ,ऑक्सीजन, दवाएँ भेजने का आर्डर। जनता एक एक बेड,एक ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए तड़प तड़प कर मर रही है। ये कैसे बर्दाश्त किया जाएगा?”