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Kerala के छोटे से गांव से निकलकर 23 साल की लड़की ने छुआ आसमान, शशि थरूर से लेकर सीएम विजयन ने दी बधाई

photo courtesy Google

केरल की 23 साल की जेनी जीरोम पूरे देश में अपने गांव का नाम रोशन किया है। केरल के मछुआरों के छोटे से गांव कोचुथुरा की मूल निवासी जेनी ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के शारजाह से त्रिवेंद्रम का सफर बतौर कमर्शल पायलट तय किया। वो एयर अरबिया G9 449 फ्लाइट की को-पायलट थी। जेनी के पिता ने सबसे पहले वॉट्सऐप ग्रुप पर बेटी की पहली फ्लाइट की बात शेयर की। जिसके बाद लोग धीरे-धीरे कर उन्हें बधाई देने लगे। इस कड़ी में तिरुवनंतपुरम सांसद शशि थरूर ने भी उन्हें बधाई दी।

तिरुवनंतपुरम सांसद शशि थरूर ने कहा- कि मछुआरों के छोटे से गांव से निकली लड़की बचपन के सपने को साकार कर रही है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा- 'तिरुवनंतपुरम के कोचुथुरा से जेनी जेरोम को सह-पायलट के रूप में उनकी पहली उड़ान पर बधाई। उन्होंने SHJ से TRV के लिए उड़ान भरी, एक छोटे से मछली पकड़ने वाले गांव की एक लड़की का पायलट बनने का सपने का साकार हो गया। ये एक वास्तविक प्रेरणा! है'

वहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी यूएई के शारजाह से त्रिवेंद्रम से बतौर कमर्शियल पायलट सफर तय करने पर जेनी जीरोम की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने बधाई देते हुए फेसबुक पर लिखा- 'छोटे से गांव से निकली जेनी ने जीवन में बहुत संघर्ष किया। लेकिन विकट परिस्थितियों से लड़ते हुए अपने बचपन का सपना साकार किया। जेनी दूसरी सभी महिलाओं और आम लोगों के लिए एक प्रेरणा है।' आपको बता दे कि जेनी बीते दो दशकों से संयुक्त अरब अमीरात के अजमन में अपने पैरंट्स और भाई के साथ बसी हुई हैं।

डेढ़ महीने पहले वो मां और भाई के साथ पैतृक स्थान त्रिवेंद्रम में थीं। फिर अपनी पहली फ्लाइट की तैयारी के लिए वापस लौट गईं। पिता जीरोम अजमन में एक प्राइवेट फर्म में नौकरी करते है। जेनी के भाई जेबी पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। उन्होंने बताया कि 'वो बहुत उत्साहित थी लेकिन साथ ही पूरा फोकस करने की कोशिश कर रही थी। ये उसकी पहली फ्लाइट थी, तो स्वाभाविक तौर पर थोड़ी नर्वस थी। वो शांत स्वभाव की है और ज्यादा पब्लिसिटी भी नहीं पसंद है। स्कूल की पढ़ाई के बाद उसने पायलट ट्रेनिंग कोर्स किया। ये किस्मत की बात है कि पहली ही फ्लाइट होमटाउन के लिए मिली।'