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केशव प्रसाद मौर्य को सौंपी गई ममता के गढ़ में सेंध लगाने की जिम्मेदारी

केशव प्रसाद मौर्य को सौंपी गई ममता के गढ़ में सेंध लगाने की जिम्मेदारी

<p id="content">भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मिशन पश्चिम बंगाल के चुनावी अभियान की रणनीति तैयार करने के लिए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य शनिवार से दो दिन के दौरे पर बंगाल पहुंचे है। केशव प्रसाद मौर्य पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के दौरान उनको बूथ मैनेजमेंट का पाठ पढ़ाएंगे। भाजपा की ओर से उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद को ममता बनर्जी के गढ़ में सेंध लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।</p>
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भाजपा ने इस बार पश्चिम बंगाल के किले को फतह करने के लिए खास रणनीति तैयार की है। पार्टी ने वहां के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपना प्लान तैयार कर लिया है। इस दौरान वहां पर उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं को भी लगाने की तैयारी चल रही है।

भाजपा केशव प्रसाद मौर्य को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पश्चिम बंगाल चुनाव में स्टार प्रचारक के तौर पर प्रमोट कर रही है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी दो दिवसीय दौरे पर बंगाल में हैं। वहां पर केशव प्रसाद मौर्य को संगठन से पश्चिम बंगाल की लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी मिली है। वह हावड़ा, उलबेरिया, सिरामपुर, हुगली, अरामबाग लोक सभी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इसके साथ ही वह लगभग 30 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पश्चिम बंगाल में हिंदी भाषी वोट साधेंगे। वह सघन प्रचार अभियान चलाने के साथ ही बूथ कमेटी की बैठक करेंगे। पश्चिम बंगाल के भाजपा कार्यकर्ता व नेताओं के साथ मौर्य प्रचार अभियान में भी भाग लेंगे।

पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव को सर्वोच्च प्राथमिकता मानकर जुटी भाजपा तैयारियों में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इसीलिए सभी राज्यों के संगठनात्मक प्रबंधन विशेषज्ञों का उपयोग बंगाल की जंग को जीतने के लिए किया जा रहा है।

पश्चिम बंगाल में बड़ी संख्या में हिन्दी भाषी क्षेत्रों के लोग भी रहते हैं। इनमें पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों की संख्या अच्छी खासी है। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री योगी व महामंत्री संगठन सुनील बंसल के अलावा पूर्वाचंल के प्रमुख नेताओं को प्रचार के लिए लगाया जाएगा।.