सोमवार को आंदोलनकारी किसान नेताओं के बीच आठवें दौर की वार्ता से पहले पुलिस और किसानों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस झड़प का असर सोमवार की वार्ता पर पड़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं। दरअसल यह भिड़ंत सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर नहीं बल्कि शाजांपुर के हरियाणा बॉर्डर पर हुई।
किसानों और हरियाणा पुलिस के बीच तनातनी का माहौल देखते ही देखते हिंसक झड़प में तब्दील हो गया। हरियाणा पुलिस प्रशासन और किसान आंदोलनकारियों के बीच झड़प इतनी बढ़ गई कि हालात को काबू करने के लिये पुलिस को किसानों पर लाठीचार्ज करना पड़ा। इतना ही नहीं उन्हें रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने आंसूगैस के गोले भी छोड़े हैं।
हाईवे पर किसानों और पुलिस के बीच टकराव के बाद वाहनों का पांच किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। फिलहाल सभी आंदोलनरत किसानों को हरियाणा में धारूहेड़ा के पास रोका गया है। ये सभी किसान दिल्ली में चल रहे आंदोलन को समर्थन देने के लिए रवाना हुए थे। ये हरियाणा के रास्ते दिल्ली पहुंचना चाह रहे थे। लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोक दिया है।
इससे पहले गुरुवार को भी राजस्थान में किसानों के एक ग्रुप ने राजस्थान-हरियाणा के बॉर्डर शाहजहांपुर में जबरन घुसने की कोशिश की थी। करीब एक दर्जन ट्रैक्टरों ने हरियाणा पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ते हुए हरियाणा में प्रवेश कर लिया था और दिल्ली की तरफ रवाना हो गए थे। किसानों और पुलिस के बीच संघर्ष के दौरान किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार की। हालांकि आंदोलनकारी किसानों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा।
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