देश में इस वक्त कोरोना संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा है। और इस वक्त महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे ज्यादे मामले हैं। महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की कमी हो गई है, जिसके बाद उद्धव ठाकरे सरकार ने अन्य राज्यों से मदद की गुहार लगाई है। अब महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए छत्तीसगढ़ और गुजरात ने सहमति बना ली है।
छत्तीसगढ़ के भिलाई प्लांट से 100 मिट्रिक टन ऑक्सीजन विदर्भ रीजन को स्पालाई किया जाएगा। वहीं गुजरात के जामनगर से भी करीब 100 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई महाराष्ट्र में होगी। सरकार का अनुमान है कि अगले एक हफ्ते में राज्य में 1500 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत होगी। बता दें कि इस समय महाराष्ट्र में 1200 मिट्रिक टन ऑक्सीजन उपलब्ध है. जिसमें से फिलहाल 960 मिट्रिक टन का इस्तेमाल कोरोना मरीजों के लिए किया जा रहा है।
खबरों की माने तो ऑक्सीजन की इस कमी को देखते हुए केंद्र सरकार ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। केंद्र सरकार ने कहा है कि स्टील प्लांट्स और तेल रिफाइनरी उद्योग ऑक्सीजन की सप्लाई पूरे करने के लिए आगे आएं। सरकार की कोशिस है कि इन उद्योंगों का उत्पादन प्रभावित किए बिना कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन का इस्तेमाल हो सके।
वहीं, हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ऑक्सीजन की कमी को लेकर गहरी चिंता जताई थी। उन्होंने प्रधानमंत्री से ऑक्सीजन को लेकर अपील की थी और कहा था कि कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई कम पड़ रही है। इसके लिए वायुसेना की मदद ली जाए।